-कार्मिक विभाग में हाल ही में हुई वेलफेयर इंस्पेक्टर परीक्षा से जुड़ा मामला।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे वेलफेयर इंस्पेक्टर की विभागीय परीक्षा के बाद नियुक्ति तथा इसकी पोस्टिंग आदेश में फेरबदल मंडल स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल कर्मचारियों की पोस्टिंग आदेश जारी किए गए थे। लेकिन मंडल स्तर पर 14 अगस्त की शाम को एकाएक इसे रद्द कर दिया गया। हालांकि इसे एक सामान्य विभागीय प्रकिया बताई जा रही है। लेकिन इसमें रेल मंडल से बाहर उच्च अधिकारी का दबाव माना जा रहा है।
इसे लेकर यह बाद भी सामने आ रही है कि पोस्टिंग आदेश केवल एक कर्मचारी की वजह से बदला गया। इसमें मुख्यालय का दखल बताया जा रहा है।
मालूम हो कि पिछले दिनों वेलफेयर इंस्पेक्टर की विभागीय परीक्षा हुई थी। परीक्षा में तकरीबन 156 कर्मचारी शामिल हुए थे। परीक्षा के बाद जारी हुई सूचि में 9 कर्मचारी सफल हुए थे। इसके बाद अंतिम सूची में 2 कर्मचारी में राजेंद्र चौधरी तथा खिलान सिंह की पिछले सप्ताह विभाग द्वारा पोस्टिंग की गई।
चौधरी को दाहोद स्टेशन पर तथा खिलान सिंह को दाहोद वर्कशॉप स्थान दिया गया। वहीं दाहोद वर्कशॉप से राकेश धबाई को इंदौर तथा इंदौर से फखरे आलम को रतलाम भेजने के आदेश हुए थे।
दबाव में पोस्टिंग आदेश रद्द, वरिष्ठ अधिकारी नाखुश
सूत्रों की माने तो वेलफेयर इंस्पेक्टर फखरे आलम को लेकर पोस्टिंग आदेश उच्च स्तरीय दबाव के चलते रद्द किया गया। दरअसल पूरी प्रक्रिया को सीनियर डीपीओ अरिमा भटनागर ने पारदर्शितापूवर्क अंजाम दिया था। इसके बाद दबाव के चलते आदेश रद्द करने पड़े। इसे लेकर विभाग की वरिष्ठ अधिकारी तक नाख़ुश है।
नए कर्मचारी मंडल कार्यालय में, स्टेशन पर मारामारी
इधर, कमर्शियल विभाग में विभिन्न कैटिगरी में नई भर्तियों के तहत कर्मचारियों ने मंडल कार्यालय पर ज्वाइन किया है। इन कर्मचारियों में अधिकांश को मंडल कार्यालय में नियुक्त कर दिया गया। जबकि स्टेशन तथा विभाग से जुड़े अन्य कार्यालयों में कर्मचारियों की कमी के चलते वहां कामकाज भी प्रभावित हो रहे है।
विभाग के पुराने कर्मचारी बताते है कि नई भर्ती के जो भी कर्मचारी नियुक्ति हुए है। उनमें अधिकांश कर्मचारी उच्च शिक्षित है। मंडल कार्यालय में उनसे काम लेना लाभकारी साबित हो रहा है। इस वजह से उन्हें स्टेशन या अन्य स्थानों में भेजने के बजाय इनसे मंडल कार्यालय में ही काम कराया जा रहा है।