-दो हजार से अधिक सहायक शिक्षको ने 10 से 15 हजार रुपए के निजी ख़र्च से खरीदे टेबलेट।
-अब राशि देने में अधिकारियों का नही मिल रहा संतोषजनक जवाब।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। हाईटेक शिक्षा व शिक्षण के नाम पर जिले में भी शिक्षकों के साथ टेबलेट खरीदने का दबाव और भुगतान में देरी का खेल चल रहा है। दबाव के बाद शिक्षकों ने 10 से 15 हजार रुपए निजी खर्च से टेबलेट खरीद लिए। अब शासन से भुगतान स्वरूप राशि पाने के लिए अधिकांश शिक्षक इंतजार कर रहे है।
राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल से प्राप्त निर्देश के अनुसार सभी प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक विद्यार्थियों को पढ़ाने का कार्य टेबलेट के माध्यम से करेगे। साथ ही सारी जानकारियां भी इसी माध्मम से वरिष्ठ कार्यालयों को प्रेषित करेंगे। इसके लिए जिला परियोजना समन्वयक व खण्ड स्त्रोत समन्वयको ने टेबलेट ख़रीदने के निर्देश सभी को दिए थे।
टेबलेट क्रय करने के पश्चात राज्य शिक्षा केन्द्र की अधिकृत साइड पर बिल की प्रविष्टि करना होगी। राज्य शिक्षा केन्द्र उसका सत्यापन करेगा। उसके बाद सबंधित के खाते में राशि हस्तान्तरित की जाएगी। प्रक्रिया को एक माह से अधिक समय बीत गया है।
अब तक राशि खाते में आई
मामले में मप्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सर्वेश माथुर ने बताया कि टेबलेट खरीदी की राशि प्राप्त करने शिक्षक द्वारा अधिकारियों से संपर्क का प्रयत्न किया जाता है। तब संतोषप्रद जवाब नही मिलता है।अब शिक्षक राशि के लिए जद्दोजहद कर रहे है। इस ओर कोई सुनवाई को तैयार ही नही है।
90 शिक्षकों की प्रतिशत राशि बकाया
टेबलेट खरीदी के बाद बमुश्किल 10 से 15 प्रतिशत शिक्षकों के खाते में राशि आ गई है। जबकि 90 प्रतिशत शिक्षकों को राशि का इंतजार है। यह राशि कब खाते में आएगी, इसका किसी शिक्षक को पता नही। इधर, मामले में डीपीसी रतलाम से बात की गई तो उन्होंने फोन पर बताया कि आरएसके का पोर्टल 31 मार्च को बन्द होना था। यह ३० मार्च को सुबह बंद कर दिया गया। अब हम भी क्या कर सकते है।
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शिक्षकों ने दी आंदोलन की चेतावनी
मप्र शिक्षक संघ पदाधिकारी जितेन्द्र सिंह चौहान, विजय यादव, पंकज दोहरे, गोपाल उपाध्याय, रमेश परमार, दिलीप पोरवाल, कचरूलाल शर्मा, सलीम खान, कोमल बोरीवाल, सीमा शर्मा, सोनिका व्यास,आनंदीलाल गाँधी, बीएल कटारा, देवराज गेहलोत ने कहा कि 15 दिवस में भुगतान नही किया गया तो शीघ्र ही संघ के पदाधिकारियों द्वारा बैठक बुलाकर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।