रेलवे इंस्टीट्यूट चुनाव…नामांकन वापसी की प्रकिया पूरी, विरोध व आरोपों के बीच उम्मीदवारों का जनसंपर्क तेज
-इस बार कर्मचारी परिषद ने नहीं उतरे अपने उम्मीदवार।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। मंडल मुख्यालय पर रेलवे सीनियर व जूनियर इंस्टीट्यूट के चुनाव के तहत शुक्रवार को नामांकन वापसी की प्रकिया पूरी की गई है। अब दोनों मान्यता प्राप्त संगठन वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन व वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के उम्मीदवार ही चुनावी मैदान में बचे है। इसके बाद चुनावी हलचल तेज व उम्मीदवारों के जनसंपर्क ने रफ़्तार पकड़ना शुरू कर दी है। इस बार पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद या अन्य रेल संगठन द्वारा अपने उम्मीदवार खड़े नहीं किए। लेक़िन चुनावी नियमों के उल्लंघन की शिकायत जरूर दर्ज करा दी गई है। वहीं मतदाता को बैग बांटने को लेकर मामला गर्माने लगा है।
मालूम हो कि दोनों प्रमुख संगठनों द्वारा उम्मीदवार तय करने के बाद 2 जून को नामांकन दाखिल किए गए थे। इसके बाद से दोनों संगठनों की ओर से सेक्शनों में पहुंचकर मेलमिलाप शुरू कर दिया था।
नामांकन वापसी प्रकिया में लिए नाम लिए
चुनाव के लिए जारी की गई अधिसूचना के शेड्यूल में 5 जून शुक्रवार को नाम वापसी की प्रकिया पूरी की गई। इसमें सीनियर इंस्टीट्यूट से सचिव पद से गौरव दुबे, सचिव अनिता वर्मा तथा कोषाध्यक्ष पद के लिए भूपेंद्र मकवाना ने अपने नाम वापिस लिए।
इसी तरह जेआरआई से सचिव सुशील मिश्रा, कोषाध्यक्ष विजय सिह, गौरव ठाकुर ने अपना नामांकन वापिस लिया है।
परिषद ने की लिखित शिकायत, चुनाव निरस्त करने की मांग
इधर, पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद ने चुनावी अधिसूचना के नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी को लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। मांग की है कि चुनाव निरस्त किए जाए। परिषद के मंडल मंत्री प्रशांत पाण्डे ने शिकायत में उल्लेख किया है कि चुनाव की विज्ञप्ति जारी किए जाने के बाद आचार संहिता के नियमों का पालन जरूरी है। अधिसूचना के तुरंत बाद नियम से नामांकन दाखिल करने की तिथि 2 जून के पहले तक इंस्टीट्यूट की ऑडिट रिपोर्ट तथा लेखा-जोखा कल्याण निरीक्षक को हस्तगत करने अनिवार्य थे। ऐसा नहीं कर न्यायालयीन निर्देशों व निर्धारित नियमों का उल्लंघन किया गया है। बिजली सहित अन्य बिलों का भुगतान भी नहीं किया गया। यह ट्रेड यूनियन एक्ट के तहत निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए न्यायालय द्वारा जारी निर्देशों का सरासर उल्लंघन है।
बैग ने बढ़ाई सरगर्मी, हुआ विरोध
इधर, चुनाव प्रचार में मतदाताओं को जनसंपर्क के दौरान बैग वितरित करने के आरोपों का मामला गर्माने लगा है। इसे लेकर जल्दी ही शिकायत दर्ज करने की तैयारियां की जा रही है। हालांकि फिलहाल बैग बांटने का पुष्ट रूप से वीडियो सामने नहीं आया है। लेकिन जो फोटो वायरल हुआ है। इसके पीछे एसआरआई छपा है।