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डीआरएम को शिकायत: ठेका मजदूरों को पगार न देने की ‘दक्षता’, उल्टे रनिंग रूम को मिली ‘शील्ड’

-ठेका कर्मचारियों ने 13 माह के भुगतान व अन्य स्वत्व राशि न देने की शिकायत।
-मामला दिसंबर-18 से दिसंबर-19 तक ठेकेदार द्वारा पगार न देने का।

न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे के रनिंग रूम में भले ही गार्ड औऱ लोको पायलट को थ्री स्टार सुविधाएं देने के नाम पर महाप्रबंधक द्वारा रतलाम रनिंग रूम को दक्षता शील्ड से नवाज दिया गया। लेकिन ठेकेदार फर्म द्वारा अपने कर्मचारियों को 13 माह तक पगार नही देने की दक्षता दिखा दी। परेशान इन कर्मचारियों ने डीआरएम, सीनियर डीईई टीआरओ सहित लेबर कमिश्नर को लिखित शिकायत कर दी।

इस अनदेखी के बाद भी रेलवे अधिकारियों द्वारा संबंधित फर्म को बिल राशि के भुगतान संबंधी कार्रवाई तेज कर दी है।
मालूम हो कि मंडल के विभागों को दक्षता शील्ड मिलने के बाद अधिकारियों ने खूब जश्न मनाया। इसमें एक शील्ड इलेक्ट्रिकल टीआरओ को बेस्ट रनिंग रूम की भी मिली है। इसे लेकर वे ठेका कर्मचारी हैरान है जिन्हें 13 माह से वेतन भुगतान नही हुआ।

कर्मचारी दस्तावेज के खेल का शिकार

रनिंग रूम में व्यवस्थाओं को अंजाम देने वाले ठेका कर्मचारी पूरा वेतन भुगतान पाने के बजाय दस्तावेजों के खेल का शिकार हो रहे है। 53 कर्मचारियों का दिसंबर-18 से दिसंबर-19 तक के अंतराल में 13 माह का उन्हें पूरा भुगतान आज तक नही मिला। ज्यादा मांग करने वाले कुछ कर्मचारियों को दो-चार हजार देकर समझा दिया गया। डीआरएम को शिकायत के बाद अब पीड़ित कर्मचारी कोर्ट में जाने तक का मन बना चुके है।

रेलवे से बिल पास करना आश्चर्यजनक

हालांकि इस खेल में रेलवे से बाकायदा बिल पास किए गए। रेलवे के जिम्मेदार फर्म पर इतने मेहरबान हुए कि बिल पास कराने की प्रकिया में मूल अनिवार्य दस्तावेज के बजाय ऑनलाइन ईसीआर के दस्तावेज की फोटोकॉपी से ही काम चला लिया गया। रनिंग रूम के ठेका कर्मचारियों ने अपनी व्यथा बताई तथा शिकायती आवेदन भी दिखाए। उनका कहना है कि वेतन के अलावा ईपीएफ़ में जमा राशि व उसका ब्याज लाखों रुपए हो गया होगा। इसकी उन्हें जानकारी तक नही है।

कुछ माह लगे असली दस्तावेज बाद में खेल

सूत्र बताते है कि ठेका कर्मचारियों के शुरुआत में छह से सात माह के वेतन में असली दस्तावेज लगे। इसकी बकायदा बैंक डायरी में इंट्री भी हुई। इसके बाद बिल भुगतान के लिए ऑनलाइन उन्ही दस्तावेजों की फोटोकॉपी पर मिलीभगत से काम चला लिया गया। बताया गया कि 53 कर्मचारियों के 13 माह का 96 लाख रुपए मजदूरों के हाथ नही लगे।

कर्मचारियों के दम पर मिली शील्ड

लंबी दूरी की रनिंग पूरी करने के बाद रनिंग रूम में ठहरे गार्ड व लोको पायलट को पर्याप्त सुविधा व विश्राम मिले। इसके लिए ठेका कर्मचारी रनिंग रूम में पूरी व्यवस्था को अंजाम देते है। इसमें साफ सफाई, खाना बनाने, चादर शीट बदलने सहित अन्य
रहते है। इन्ही कर्मचारियों के दम पर दक्षता शील्ड मिली है।

इन्होंने की डीआरएम को शिकायत

13 माह तक वेतन नही मिलने से परेशान ठेका कर्मचारियों ने डीआरएम रजनीश कुमार से विस्तार से अपनी शिकायत दर्ज करवाकर न्याय की गुहार लगाई है। कर्मचारी मनीष कुमार, लक्ष्मी खांदल, जितेंद्र, कन्हैया, मंगला सागर सहित अन्य कर्मचारियों ने शिकायत दर्ज की है।

ठेका कर्मचारियों की मिलो है शिकायत

रनिंग रूम में ठेका कर्मचारियों ने वेतन भुगतान नही करने की शिकायत दर्ज कराई है। इसमें आधिकारिक रूप से पीआरओ और अधिक जानकारी दे सकते है।
-महेश कुमार गुप्ता, सीनियर डीईई टीआरओ, रेल मंडल रतलाम

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नोट:- न्यूज़ जंक्शन-18 द्वारा ठेका मजदूरो से जुड़ी अनियमित को उजागर कर उन्हें वेतन भुगतान करना प्रमुख उद्देश्य है। रनिंग रूम से जुड़ी कुछ अन्य प्रामाणिक दस्तावेज के आधार पर खबरों का प्रकाशन किया जाएगा। इसके दस्तावेजी प्रमाण सुरक्षित मौजूद है।

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