-रेलवे एरिया में अवैध धंधे को थामने आरपीएफ जागी, जीआरपी अभी भी सुस्त।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे से जुड़ी दो बड़ी सुरक्षा एजेंसियों के बावजूद रेलवे एरिया में जुआ-सट्टा बदस्तूर फलता-फूलता रहा है। इस अवैध धंधे के लिए सर्वाधिक सुरक्षित स्थान रेलवे कॉलोनियों में अब जुआरियों की बढ़ती तादात प्रमुख सुरक्षा एजेंसी रेलवे सुरक्षा फोर्स (आरपीएफ) के लिए बड़ी परेशानी व सरदर्द साबित हो रही है। विभाग के आला अधिकारी का फरमान जारी होने के बाद जागी आरपीएफ अब जुआरियों की धरपकड़ के लिए एक्शन मोड में आ गई है। जबकि आईपीसी अधिकार वाली एक अन्य एजेंसी जीआरपी अभी भी कार्रवाई को लेकर सुस्त है।
फिलहाल जुआरियों की खोजबीन के लिए आरपीएफ ने एक सप्ताह से कमर कसी तो रोज सर्चिंग की जा रही है। इसकी भनक लगने पर जुआरी आगे तो आरपीएफ टीम पीछे-पीछे भागती दिखाई दी।
मालूम हो कि दशक से भी अधिक समय से रतलाम शहर के साथ ही रेलवे कॉलोनी में जुआ-सट्टा के अवैध कारोबार ने पैर पसारे हुए है। ठोस कार्रवाई के अभाव में रेलवे क्वाटर्स में जुआ संचालन के अलावा बड़े पैमाने पर खुले एरिया में सट्टा चलाया जा रहा है।
गाड़ी ठहरते ही लगाई दौड़
सोमवार को भी दोपहर 12.30 बजे आरपीएफ पोस्ट प्रभारी अमित चौधरी को सूचना मिली कि जैसी बैंक के नज़दीक खुले एरिया में जुआ-सट्टा का संचालन किया जा रहा है। लोगों की भीड़ लगी होने भनक लगते ही वाहन में सवार होकर आरपीएफ टीम मौके पर जा पहुंची। तभी वहां लगी भीड़ तितर बितर हो गई। हालांकि कुछ लोग पकड़ में आए तो उनसे पूछताछ व तलाशी भी ली।
रेलवे क्वाटर्स में रात को भी सक्रिय
जुआ संचालन के लिए रेलवे के पुराने क्वार्टर भी बखूभी काम आ रहे है। रहने के लिए अयोग्य कई क्वाटर को न तो गिराए गए। नहीं उन्हें सील किया गया। इसका सीधा लाभ जुआरी उठा रहे है। रात में शिमला कॉलोनी सहित आसपास की कॉलोनियों में देर रात तक बेख़ौफ़ जुआ संचालन देखा जा सकता है।