सड़कों पर हम घूमते हैं… हमको कोई वाह वाही नहीं मिलती, 10 गालियां भी सुनना पड़ती है- पारस सकलेचा दादा
-बाजना बस स्टैंड चौराहे पर पारस दादा की हुई आमसभा में युवा नेता मयंक जाट ने भी चलाए तीखे बाण
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रतलाम विधायक कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा की आमसभा बाजना बस स्टैंड चौराहे पर आयोजित की गई। आमसभा में महेंद्र कटारिया, मयंक जाट, शांतिलाल वर्मा, रजनीकांत, हिम्मत जैथावर, सुजीत उपाध्याय, सैय्यद वजूद जैदी, प्रभु राठौड़, बसंत पांड्या, शादी कांग्रेस के पदाधिकारी मंचासीन रहे।
पारस दादा ने उद्बोधन में कहा कि मैंने चैलेंज किया था कि सभा करके जनता को जवाब दे विधायक। बड़ी मुश्किल से तो एक सभा करवाई। उसमें भी यह हालत हो गई कि पता ही नहीं चल रहा है कि तीर कहां चल रहे हैं? विधायक बताएं कि आपने 20 साल में क्या किया। 10 साल में क्या किया। हमने पूरी किताब लिख दी इस सरकार के खिलाफ। इतने घोटाले किए। 857000 तो हमने नोटिफाई करें और पब्लिश किये हैं। नमकीन क्लस्टर 2012 में मैंने स्वीकृत करवाया, और उसका पत्र है मेरे पास। नमकीन क्लस्टर का भूमि पूजन 18. 8. 2013 को हुआ जब मैं विधायक था। सड़कों पर हम घूमते हैं तो हमको कोई वाह वाही नहीं मिलती। 10 गालियां भी सुनना पड़ती है। दिलीप नगर बाईपास, हमने बनवाया। प्रताप नगर ब्रिज, हमने बनवाया। ट्रेन के आगे धरने भी दिए। जावरा रोड का अंडर ब्रिज किसके कार्यकाल में बना। जितने काम विधायक गिनवा रहे हैं यह सब मेरे कार्यकाल के हैं।
युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष युवाओं के चहिते युवा नेता मयंक जाट ने अपने उद्बोधन में कहा कि कल धान मंडी के विशाल चौराहे पर एक विशाल सभा हुई। सभा में कहा गया कि क्यों रो रहे हो झील आ रही है? अभी तो महा समुद्र आने वाला है यहां पर। मतलब भाजपा के लोग मान रहे हैं कि झील जो एक कंपनी हैं जिसे रतलाम लाने का विधायक ने जो महापौर चुनाव से पहले अखबारों के माध्यम से वचन दिया था कि औद्योगिक विकास की ओर अग्रसर अपना रतलाम। वही झील कंपनी बदनावर चली गई। साथियों आज रतलाम के युवा बेरोजगारी से झूझ रहे हैं। मैं आज खुले मंच आप सभी से पूछना चाहता हूं। 10 साल यहां उद्योगपति विधायक को हो गए हैं, क्या अभी तक रतलाम के युवाओं के लिए विधायक जी ने कोई रोजगार उपलब्ध करवाया हैं? भाजपा की आमसभा में विधायक ने कहा कि मैं उद्योगपति हूं तो उद्योग लेकर ही आऊंगा। आप सभी जानते हैं 10 साल में हमारे रतलाम शहर में कौन सा उद्योग आया हैं…! मैं युवा बेरोजगारो से पूछना चाहता हूं कि विधायक ने आपको कौन सा सम्मानजनक रोजगार रतलाम में दिया हैं। महापौर सभा में बोल रहे थे कि भूमि पूजन के एक कार्यक्रम में जब मैं वार्ड नंबर 3 में गए थे, तब एक बुड्ढी अम्मा वह उनको शबरी जैसी लग रही थी। वह बुजुर्ग अम्मा माननीय विधायक के लिए जामुन लेकर आई और जैसे ही कार्यक्रम खत्म हुआ, विधायक ने वह जामुन गाड़ी में ड्राइवर को थमा दिए। भैया जंगल में मोर नाचा किसने देखा, और वही पारस दादा है, ईश प्रेम बस्ती में गए थे और वहां की माता बहनों के साथ में बैठे और उनके हाथ से भोजन किया।
रतलाम शहर अध्यक्ष महेंद्र कटारिया ने अपने उदबोधन में कहा कि जागरूक मतदाता साथियों अब रोटी पलटने का वक़्त आ गया हैं अगर अब भी रोटी नही पलटी तो जल जाएगी। अब परिवर्तन की लड़ाई इंका लड़ रही हैं। आप सभी मतदाताओं को कांग्रेस के हाथ को मजबूत करना है। कटारिया ने जनता से अपील की है कि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ के पंजे पर वोट देकर पारस दादा को अवश्य जिताये।
आम सभा के अंत में लोगों ने नारे लगाए हमारा विधायक कैसा हो पारस सकलेचा जैसा हो इस आमसभा में बड़ी संख्या में जन समुदाय मौजूद था।