पश्चिम एक्सप्रेस: ऐसी कोच में बैठने की जगह नहीं दी तो कोटा आरपीएफ जवानों ने टीटीई से की धक्का-मुक्की
-ड्यूटी पर दोनों टीटीई ने जीआरपी नागदा में की शिकायत, कमर्शियल विभाग रतलाम में भी दी लिखित जानकारी।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। पश्चिम एक्सप्रेस में ऐसी कोच में बैठने की बात को लेकर आरपीएफ स्क्वॉड टीम व टीटीई (कोच कंडक्टर) में हुज्जत हो गई। कहासुनी के बाद विवाद गहराया। टीटीई ने जवानों पर गाली-गलौज व धक्का-मुक्की का आरोप लगाया। इसे लेकर टीटीई ने नागदा जीआरपी में लिखित शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद बुधवार को रतलाम पहुंचने पर मंडल मुख्यालय स्थित संबंधित कमर्शियल विभाग में लिखित सूचना दी।
यह विवाद ट्रेन संख्या 12925 मुंबई-अमृतसर पश्चिम एक्सप्रेस में 21 अगस्त को नागदा स्टेशन पर हुआ। ट्रेन के ऐसी कोच में रतलाम मंडल के स्टाफ में टीटीई अशोक शर्मा व रामेश्वरलाल गोदारा की ड्यूटी थी। नागदा से ऑफ ड्यूटी कर कोटा लौट रहे आरपीएफ स्क्वॉड के जवान कोच में बर्थ लेने के लिए टीटीई के पास पहुंचे। टीटीई ने बर्थ खाली नही होने की बात कही तथा उनसे ऑफ ड्यूटी पास मांगा। बस इसे लेकर कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर आरपीएफ जवानों ने टीटीई से गाली-गलौच कर धक्का-मुक्की कर दी। इसी आरोप की दोनों टीटीई ने जीआरपी नागदा में लिखित आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई।
इधर, ड्यूटी पूरी कर दोनों टीटीई रतलाम पहुंचे। यहां उन्होंने कमर्शियल विभाग में अपने साथ हुई बदसलूकी की सूचना विभाग में दी। मामले में मंडल वाणिज्य प्रबंधन अमित कुमार साहनी ने कहा कि टीटीई द्वारा पश्चिम एक्सप्रेस में आरपीएफ़ जवानों ने उनसे विवाद कर धक्का देने की सूचना दी है। मामले को संज्ञान में लिया गया है।
पास के अभाव में होते है विवाद
ट्रेनों में यात्री सुरक्षा के लिए रतलाम, कोटा, बड़ोदरा सहित पास के मंडलों के बीच आरपीएफ़ स्क्वॉड की ड्यूटी रहती है। जवान टीम द्वारा कोटा से रतलाम, कोटा से नागदा, रतलाम से गोधरा सहित अन्य सेक्शनों के बीच ड्यूटी करते है। ऑफ ड्यूटी पास के अभाव में कोच में उन्हें खाली नहीं होने पर बर्थ नही मिलती है। कई बार टीटीई उन्हें बर्थ देने में भी आनाकानी कर असमर्थता जताते है। इसी बात को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित होती है।