-जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में 5 लोगों की ली जान, यात्रियों ने आंख खोली तो बोगी खून से सनी थी।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में फायरिंग कर चार लोगों मो मौत के घाट उतारने वाला आरपीएफ का जवान चेतन सिंह रतलाम रेल मंडल के उज्जैन स्टेशन पर भी तैनात रहा है। तब भी इसके ग़ुस्सेल व्यवहार से आए दिन साथी कर्मचारियों से कहासुनी होती थी।
फायरिंग की घटना में आरपीएफ के एक एएसआई टीकाराम समेत चार लोगों की मौत हो गई है। इस मामले के आरोपी चेतन सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फ़िलहाल आरोपी से कड़ी पूछताछ भी की जा रही है। इसके बाद आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आरोपी चेतन सिंह ने अंधाधुंध गोलियां क्यों चलाईं। बहरहाल इस तरह की भी खबर सामने आई है कि आरोपी चेतन काफी दिन से डिप्रेशन में था। वह मानसिक रूप से बीमार चल रहा था। उसकी मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक वह बेचैनी का शिकार था। इसके अलावा यह बात भी सामने आई है कि वह अपने ट्रांसफर से भी नाराज था। आरोपी आरपीएफ जवान लोअर परेल आरपीएफ में तैनात था। पहले उसकी पोस्टिंग उज्जैन व गुजरात में थी। बाद में उसे मुंबई ट्रांसफर कर दिया गया था।ट्रेन के अंदर पहले चेतन और टीकाराम के बीच में झगड़ा हुआ फिर आरोपी ने मृतक के ऊपर गोली चला दी। सूत्रों के मुताबिक आरोपी जीआरपी के सामने अलग-अलग कहानी बता रहा है। जिसमें डिप्रेशन से लेकर ट्रांसफर तक की बात सामने आ रही है। हालांकि, हकीकत क्या है यह जांच के बाद ही पता चल पायेगा।
क्या था मामला
मुंबई में आज सुबह जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में फायरिंग से चार लोगों की मौत हो गई। इस फायरिंग में एक पुलिसकर्मी की भी मौत हुई है। यह ट्रेन राजस्थान से मुंबई सेंट्रल आ रही थी। यह फायरिंग सुबह सात बजे के आसपास हुई है। फायरिंग की इस घटना में कुछ यात्री घायल भी बताए जा रहे हैं। इस घटना में को अंजाम देने वाले आरपीएफ जवान को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। यह फायरिंग ट्रेन के बी-5 कोच में हुई है। जानकारी के मुताबिक आरोपी चेतन सिंह से अपने सहकर्मी एएसआई टीकाराम पर गोली चलाई थी।