Logo
ब्रेकिंग
ये यात्री सुविधा के इंतजाम या खूद का लाभ….हम निवाला बनाकर डकार रहे रेलवे फंड। ट्रेन वर्किंग विवाद....देश के हालात को देखते आंदोलन आज शाम स्थगित, लेकिन समझौता नहीं, संघर्ष जारी रह... ब्रेकिंग, अभी-अभी....अशफाक की जगह अक्षय होंगे रतलाम मंडल के नए एडीआरएम, तबादला आदेश जारी विरोध में उठी आवाज़....पेंशन अदालत रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए, सूचनाएं कर्मचारी संगठनों को दे रहे, क... सिविल डिफेंस का मॉक ड्रिल... 100 से अधिक वालंटियर ने घायलों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया भारत-पाक के बीच कोल्ड वॉर....रतलाम में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल, टेकरा कॉलोनी में बजेगा सायरन वर्किंग विवाद को सुलझाने में मुख्यालय नाकाम, नाराज रेल कर्मचारी विफ़रे, भूख हड़ताल शुरू की यासीन खान को भेजा जेल...चोरी के मामले में स्थाई वारंटी था, शास्त्री नगर में छुपे होने की सूचना मिली,... ये है जमाई, सीएमआई.... रेलवे बोर्ड की पॉलिसी का असर नहीं, टेबल-कुर्सी एक ही है, बैठे-बैठे ही कर रहे ... रेलवे डीजल शेड का रंगारंग 58वां स्थापना दिवस...अधिकारियों ने गीत गाए, बच्चें ट्रॉय ट्रेन में, अन्य म...

एक्सेस पेमेंट का टेरर…भुगतान के बाद स्टेबल की प्रकिया, अब वसूली की तैयारी

-त्रुटि भरपाई के लिए महकमा जुटा, संबंधितों को भेजे गए लेटर।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे में अतिरिक्त भुगतान कर दिए जाने के मामले में अब जिम्मेदार रिकवरी की प्रकिया में जुट गए हैं। संबंधितों को लेटर जारी करने के बाद वसूली का दबाव भी बनाया जा रहा है। हालांकि इसमें कर्मचारी सहित रिटायर्ड कर्मचारी रेलवे से ही जुड़े है। इसलिए रिकवरी आसानी से कर लिए जाने की संभावना जताई जा रही है।
मालूम ही कि कामकाज में अनदेखी के चलते कार्मिक विभाग में वेतन भुगतान के बिल तैयार करने के दौरान कम्प्यूटर सिस्टम में कर्मचारी के नाम गलत जुड़ गए। इससे कुछ कर्मचारियों के खाते में अतिरिक्त भुगतान किया जाता रहा।

लेखा विभाग में पकड़ी गलती, किया सुधार

इधर, लेखा विभाग के जिम्मेदार दावा कर रहे है कि अतिरिक्त भुगतान की गलती उन्होंने पकड़ी। इसके बाद फरवरी में भुगतान प्रकिया को स्टेबल कर दिया गया था। इतना ही नहीं लेखा विभाग द्वारा संबंधित को लेटर भी भेजा गया। दबाव यह ही बनाया गया कि अतिरिक्त किए गए भुगतान को यदि जमा नहीं कराया गया तो उनके खिलाफ कानूनी प्रकिया अपनाई जाएगी।

सतर्क हुए दोनों विभाग के कर्मचारी

एक्सेस पेमेंट की त्रुटि उजागर होने के बाद भयभीत हुए कर्मचारी अब फरवरी के वेतन प्रकिया में सतर्क हो गए थे। वहीं दोनों विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी जिम्मेदार अपने कर्मचारियों को हिदायत दी गई। अधिकारियों की माने तो विभाग में ऐसे कर्मचारियों पर पैनी निगाहें रहेगी जो बिल तैयार करने से लेकर इन्हें जांचने में बेहद लापरवाह है। कार्यालय में समय प्रबंधन का ध्यान न रखते हुए पूरा दिन केवल आमोद-प्रमोद में गुजार देते है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.