– कार्मिक विभाग में वेलफेयर इंस्पेक्टर की वर्किंग फेरबदल संबंधी जारी किए आदेश।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। पिछले दिनों जारी तबादले आदेश को उच्च स्तरीय दबाव के चलते मजबूरन निरस्त करने के बाद कार्मिक विभाग ने आखिरकार कल्याण निरीक्षक फकरे आलम को फील्ड से हटाकर उसके वर्किंग पावर को सीमित कर दिया। बल्कि उसे विभागीय होस्टल में महज बार्डन बना दिया गया। इसके संबंध में विभाग ने सोमवार को बकायदा आदेश जारी किया है। इस आदेश में विभाग के अन्य मुख्य कल्याण निरीक्षक व कल्याण निरीक्षक भी प्रभावित हुए है। उनके भी सेक्शन में फेरबदल कर इधर से उधर कर दिया। हालांकि इसमें कई इंस्पेक्टर नाखुश भी है।
मालूम हो कि पिछले दिनों चार कर्मचारियों की पोस्टिंग आदेश में मुख्य कल्याण निरीक्षक फकरे आलम खासे चर्चा में आए थे। विभाग द्वारा जारी लिस्ट में उन्हें इंदौर से रतलाम पोस्टिंग करने के आदेश जारी किए थे। लेकिन पश्चिम रेलवे मुख्यालय व रेलवे बोर्ड के दखल के बाद फकरे आलम के आदेश निरस्त कर स्थान यथावत करने पड़े।
इसके जवाब में विभाग ने सोमवार को एक बार फिर एक्शन लिया। इसमें विभाग के 18 कल्याण निरीक्षक व मुख्य कल्याण निरीक्षक के आदेश की सूची जारी की। इसमें फकरे सहित अन्य की वर्किंग बदल दी।
होस्टल में बनाया बार्डन
कार्मिक विभाग द्वारा जारी आदेश में 12वें नंबर पर दर्ज फकरे आलम को होस्टल बार्डन बना दिया। इससे पहले इसके जिम्मे इंदौर लोकल के अलावा इंदौर, उज्जैन व देवास सेक्शन तथा इंदौर से खंडवा सेक्शन की वर्किंग थी। अब कर्मचारियों के बच्चों के लिए इंदौर में बने होस्टल में केवल बार्डन की भूमिका में डयूटी रहेगी।
काम के वितरण से अन्य इंस्पेक्टर नाखुश
इधर, विभाग द्वारा नए सिरे से काम के वितरण संबंधी कुल 18 कर्मचारियों का विभागीय आदेश जारी किया। इसमें शामिल रतलाम सहित अन्य स्टेशनों पर कार्यरत अन्य इंस्पेक्टर के भी सेक्शन बदले गए है। इससे वे नाखुश भी है। कर्मचारियों का कहना है कि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को सेक्शन प्रभारी द्वारा गलत फीडबैक देकर उनकी वर्किंग को जानबूझकर बदलवा दिया है। इसमें जूनियर इंस्पेक्टर को बड़े सेक्शन में भेजा जा रहा है। जबकि सीनियर को लोकल स्टेशन नियुक्त कर दिया है। मामले में रेलवे पीआरओ खेमराज मीणा का कहना है कि प्रशासनिक हित मे कर्मचारियों के समय-समय पर कामों में स्थानों में फेरबदल किए जाना विभागीय सामान्य प्रक्रिया है।
कार्मिक विभाग के इंस्पेक्टर के यह काम
कार्मिक विभाग में कार्यरत कल्याक निरीक्षक व मुख्य कल्याण निरीक्षक के कर्मचारियों के वेलफेयर संबंधित काम रहते हैं। उन्हें अलग अलग सेक्शनों में कार्यरत ट्रैकमैन सहित अन्य सभी कर्मचारियों के पास पहुंचकर रिटायरमेंट के पहले फॉर्म भरवाने जैसे अहम काम रहते है। इसी तरह कर्मचारी की मृत्यु के बाद परिजनों को आपात स्थिति में राशि उपलब्ध कराने, अनुकंपा संबंधी मामले सहित इनसे जुड़े अन्य काम रहते है।