-बच्चे को किया सुरक्षित, यात्री की अंतिम सांस तक बचाव में जुटे रहे।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रेल मंडल में कार्यरत टीटीई रामेश्वर मीणा ड्यूटी के दौरान यात्री की सेवा व मदद कर मानवीयता की मिसाल कायम कर रहे है।
अमूमन रेलवे टीटीई का मुख्य काम टिकिट चेकिंग का रहता है। लेक़िन टीटीई मीणा को ड्यूटी के दौरान जब भी कोई यात्री परेशानी में दिखाई देता तो उस यात्री की मदद के लिए फ़ौरन लपकने में देर नही करते। एक दिन पूर्व ही टीटीई ने घर से निकले एक बच्चे को परिजनों के सुपुर्द किया। वहीं एक बीमार यात्री को आपात स्थिति में नीमच स्टेशन पर उतरवाकर अस्पताल भिजवाया। हालांकि लाख कोशिशों के बाद यात्री को बचाया नही जा सका। इसका इन्हें मलाल भी है।
घर से भागकर ट्रेन में बैठा था बच्चा
ताजा मामला 1 अक्टूबर की रात का है। नीमच स्टेशन पर टीटीई मीणा की रात 10 से लेकर सुबह 6 बजे तक की ड्यूटी थी। ट्रेन संख्या 19816 वीर भूमि एक्सप्रेस आने पर टिकिट चेकिंग की जा रही थी। तभी 14 वर्षीय नाबालिग बगैर टिकिट के पाया गया। पूछताछ करने पर उसने रोते हुए बताया कि वह उदयपुर का रहने वाला है। घर से भागकर आया है। बाद में इसके परिजनों से फोन पर संपर्क कर उन्हें आश्वस्त किया। सीएमआई कंट्रोल सहित आरपीएफ व जीआरपी को भी सूचना दी। सुबह करीब 3 बजे बालक की बुआ ऐसे लेने आए। इसके बाद सुपुर्दगी की कार्रवाई की।
नही बचा सके बीमार यात्री को
इसी तरह पिछले दिनों महामना एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 19334) में सीएमआई कंट्रोल से सूचना मिली कि 29 वर्षीय निखिल पटेल नाम के यात्री S-2 कोच में सीट नंबर 3 पर सवार है। यात्री सीरियस है, तुरंत अटेंड करें। ट्रेन आते ही व्हील चेयर लेकर भागे-भागे टीटीई पीछे कोच के पास गया। यात्री को कोच से नीचे उतारा और बिना देर किए फिर से भागते हुए एम्बुलेंस के पास लेकर गया। स्वयं भी एम्बुलेंस मैं साथ गया।
बल्कि सिविल हॉस्पिटल में एम्बुलेंस के अंदर सीपीआर भी दिया। पूरे प्रयास के बावजूद यात्री को नहीं बचाया जा सका।