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रेलवे के बजाय भारत शासन के सम्मान-पत्र से कर दिया सम्मानित, वेलफेयर इंस्पेक्टर निलंबित

-उज्जैन में एक स्टेशन एक उत्पाद के कार्यक्रम के दौरान की गई गड़बड़ी के बाद कार्रवाई।

न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रेल मंत्रालय की ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ योजना के समारोह में गड़बड़ी किए जाने पर जिम्मेदार एक वेलफेयर इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है। समारोह में शामिल प्रतिभागियों को रेलवे के बजाय भारत शासन के फर्जी सम्मान पत्र से सम्मानित कर दिया गया। बड़ी बात यह है कि कार्यक्रम में एडीआरएम भी मौजूद थे। मामला सोशल मीडिया के वाट्सएप ग्रुप में सेंड किए फोटो से उजागर हुआ। इसके बाद संबंधित इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की गई।
मालूम हो कि 12 मार्च 2024 को रतलाम मंडल के रतलाम सहित अन्य प्रमुख स्टेशनों पर ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ व ‘जन ओषधि केंद्र’ का शुभारंभ करने की सूचना जारी की गई थी।


इसके तहत अधिकारी व कर्मचारियों की अलग-अलग स्टेशन की जिम्मेदारी तय की गई थी। उज्जैन स्टेशन पर एडीआरएम अशफाक अहमद सहित कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में शामिल होने वाले प्रतिभागियों को रेल प्रशासन द्वारा सम्मानित करने का भी इंतजाम किया था। इसके लिए रेलवे द्वारा बकायदा प्रमाण-पत्र भी तैयार किए गए थे।

यह की गई गड़बड़ी

कार्यक्रम के दौरान उज्जैन स्टेशन पर कलात्मक नृत्य पेश करने वाली महिला के अलावा तीन से चार अन्य कलाकारों को रेलवे के प्रमाण-पत्र दिए जाने थे। इसके बजाय बाजार में अलग से छपवाए भारत सरकार (अशोक स्तंभ युक्त) के फ़्रेम जड़े सम्मान-पत्र सौंपकर सम्मानित कर दिया गया। इन सम्मान पत्र पर किसी अधिकारी के हस्ताक्षर भी नही थे। वाट्सएप ग्रुप में शेयर होने से मामला उजागर हुआ। इसके बाद प्रशासन हरक़त में आया। इसके बाद प्रशासन द्वारा गड़बड़ी के जिम्मेदार वेलफेयर इंस्पेक्टर कमल कनिक को निलंबित कर दिया गया।

मामले की भनक एडीआरएम को भी नहीं

भारत सरकार के फर्जी तरिके से छपवाए गए सम्मान-पत्र से सम्मानित करने की गड़बड़ी संबंधित भनक वहां मौजूद एडीआरएम अहमद को भी नही लगी। जबकि सम्मान के दौरान वे स्वयं मंच पर मौजूद रहे। इसके विपरित रतलाम सहित अन्य स्टेशन पर यह कार्यक्रम तयशुदा व्यवस्था के तहत बेहतरी से संपादित किया गया। बताया यह भी जा रहा है कि उज्जैन स्टेशन पर कर्मचारियों की तैनाती के बावजूद रतलाम से महिला कर्मचारियों को ले जाकर शासकीय कोष पर टीए अलाउंस का भार डाला गया। इस गड़बड़ियों के चलते कार्मिक विभाग प्रमुख सीनियर डीपीओ द्वारा मंगलवार को वेलफेयर इंस्पेक्टर कनिक को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए।

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