-‘शौक नहीं, मजबूरी है, बुढ़ापे में पेंशन जरूरी है’…नारों से गूंजा मंच परिसर।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। एनपीएस खिलाफ व ओल्ड पेंशन स्किम को लागू करने के लिए किए जा रहे प्रदर्शन में मंगलवार को 50 कर्मचारी भूख हड़ताल पर रहे। इस दौरान ‘शौक नहीं, मजबूरी है, बुढ़ापे में पेंशन जरूरी है’…जैसे नारों से मंच परिसर गूंजता रहा।
ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन एवं एनएफआईआर एवं वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन एवं वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के संयुक्त आह्वान पर ज्वाइंट फ्रन्ट फोर रिस्टोरेशन द्वारा प्रदर्शन का निर्णय15 दिसंबर को लिया गया था। दूसरे दिन की क्रमिक भूख हड़ताल में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के बाहर सुबह 10 बजे यूनियन के मंडल अध्यक्ष नरेंद्र सिंह सोलंकी, मंडल मंत्री मनोहर सिंह बारठ, मजदूर संघ के मंडल मंत्री अभिलाष नागर, अध्यक्ष प्रताप गिरी, पूर्व मंडल अध्यक्ष एसएस शर्मा, पेंशनर ऐसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश व्यास, पोस्टल ऐसोसिएशन के अध्यक्ष
आईएल पुरोहित, महिला समिति प्रेमलता जैन के नेतृत्व में कर्मचारी मंच पर उपस्थित रहे। संबोधित किया गया तथा नारेबाजी की गई।
इस दिन यूनियन के 31 कर्मचारी एवं मजदूर संघ के 19 कर्मचारियों ने पूरे दिन भूख हड़ताल पर रहते हुए आक्रोश जताया।
पुरानी पेंशन के लागू करने के समर्थन में ह्रदेश पांडे, शैलेश तिवारी, मनीष जोशी, ओम प्रकाश मीणा, उज्जैन से आए रविंद्र उपाध्याय के अलावा दोनों ही संगठन के अन्य कर्मचारियों ने भी इस प्रदर्शन में भाग लिया। इसके अलावा यूनियन के आशीष नेहाल सिंह, रोहित देशबन्धु, योगेन्द्र, देवेंद्र मिश्रा, कपिल गुर्जर, मजदूर संघ के अरविंद शर्मा, अतुल राठौर, राजेंद्र चौधरी, चैतन्य चौधरी, वाजिद खान, दीपक गुप्ता, गगन छपरी के अलावा भारी संख्या में कर्मचारियों ने अपना उद्बोधन दिया।
मालूम हो कि यह क्रमिक हड़ताल 11 जनवरी तक सुबह 10 से शाम 5 बजे तक जारी रहेगी। जिसमें अलग-अलग विभागों की कर्मचारी इसमें भाग लेंगे। यह समस्त जानकारी वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के मंडल प्रवक्ता अशोक तिवारी ने दी।