-छुट्टी से लौटने पर डीआरएम से बगैर मिले डीसीएम चेम्बर में जा बैठे थे।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। दो माह की छुट्टी के बाद मंडल कार्यालय लौटे रेलवे डीसीएम (मंडल वाणिज्य प्रबंधक) का सीधे चेम्बर में जाकर बैठना डीआरएम को नागवारा गुजरा। अनुशासनहीनता मानते हुए डीसीएम की छुट्टी नामंजूर कर डीआरएम ने चेम्बर के डोर पर ताला जड़वा दिया।
रतलाम मंडल में करीब चार से पांच सालों से कार्यरत डीसीएम अमित कुमार साहनी अगस्त के आखरी सप्ताह में अवकाश पर चले गए थे। 26 अगस्त को इनके बंगले पर चोरी भी हो गई थी। इसके बाद वाणिज्य विभाग की जिम्मेदारी सीनियर डीसीएम सहित एसीएम पर थी।
हालांकि हाल ही में डीसीएम साहनी के तबादले की भी सूचना है। लेकिन वे छुट्टी बिताने के बाद इस सप्ताह रतलाम ज्वाइन होने पहुंचे। तब मंडल कार्यालय पहुंचकर अपने ऑफिस चेम्बर में जा बैठे।
इधर, इसकी सूचना डीआरएम रजनीश कुमार को लगी। तब एडीआरएम अशफाक अहमद को डीसीएम साहनी की छुट्टी नामंजूर करने के आदेश दे दिए।
इंटरलॉक डोर पर बाहर से जड़वाया ताला
बताया जा रहा है डीसीएम साहनी डीआरएम से मिलने नहीं गए। साथ ही प्रशासकीय व्यवस्था के तहत छुट्टी के दौरान कोई संपर्क भी नहीं किया गया। पिछले दिनों रतलाम पहुंचकर डीसीएम चेम्बर में बैठकर कामकाज संभाल लिया। लेकिन इसे अनुशासनहीनता की श्रेणी में मानते हुए डीआरएम ने डीसीएम के चेम्बर के इंटरलॉकिंग डोर पर बाहर अलग से ताला जड़वा दिया। बताया जा रहा है मंडल कार्यालय में ऐसा पहला वाकिया है। जिसमें किसी डीआरएम ने अधिकारी पर सीधे तौर पर कार्यवाही की।