-शासकीय धन का दुरूपयोग चरम पर, दखल के बजाय आँखें मूंदे बैठे आला अफसर।
फ़ोटो-मेंटेनेंस के अभाव में बदहाल क्वार्टर।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल में सुविधाओं के नाम पर शासकीय धन का दुरूपयोग चरम पर है। आमजन की गाड़ी कमाई से प्राप्त राजस्व की कैसे चपत लगाई जा सकती है। यदि यह देखना हैं तो आप यहां आकर आसानी से देख सकते हैं। एक ओर अधिकारी को आबंटित टाइप फोर क्वार्टर को सुविधायुक्त बनाकर उसे बंगले की शक्ल दी जा रही है। दूसरी ओर शिकायत व आवेदन के दो साल बाद भी कर्मचारियों के क्वार्टर की मरम्मत के लिए सुध तक नहीं ली जा रही है। अनदेखी के चलते क्वार्टर रहने योग्य भी नहीं बचे है।
फ़ोटो-मेंटेनेंस के अभाव में बदहाल क्वार्टर।
वर्तमान में हालात यह है कि आईओडब्ल्यू विभाग के इंजीनियरों की मनमानी व बिल पास करने वाले संबंधित विभाग के अधिकारी के रोब पर लगाम लगाने वाला बड़ा अधिकारी नहीं बचा है। ऐसे में अब रेल कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी सीधे मुख्यालय व मंत्रालय संपर्क साधने की तैयारी में जुट गए है।
फ़ोटो- क्वार्टर नंबर 948 में धड़ल्ले से चल रहा मेंटेनेंस।
मालूम हो कि रेलवे कॉलोनी रोड नंबर एक स्थित क्वार्टर नंबर 948 को पिछले एक पखवाड़े से सुविधायुक्त बनाने में आईओडब्ल्यू विभाग के जिम्मेदार कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। डॉक्टर के खाली करने के बाद लेखा विभाग के अधिकारी को वहां रहने जाना है। विभाग के सूत्र बताते है कि सभी मेंटेनेंस सहित निर्माण के बिल इसी विभाग से पास किए जाने है। कहीं बिल न रोक दिए जाए, इस दबाव के चलते ताबड़तोड़ मेंटेनेंस कराया जा रहा है। आम क्वार्टर्स में खराब फ्लोरिंग बदली नहीं गई। वहीं अधिकारी के टाइप फोर क्वार्टर की बाउंड्री के अंदर का हिस्सा पुख्ता पक्का किया जा रहा है।
फ़ोटो-मेंटेनेंस के अभाव में बदहाल क्वार्टर।
दूसरी ओर कॉलोनीवासियों को इस बात से भी एतराज है कि हाल ही में सड़क का डामरीकरण किया गया। क्वार्टर की मरम्मत के लिए रेत, गिट्टी सहित मटेरियल सड़क पर फैलाकर खराब करने में भी कसर नहीं छोड़ी जा रहीं है।
इन क्वार्टर्स पर ध्यान नहीं
आम कर्मचारियों द्वारा एड़ी से चोटी का जोर लगाने के पश्चात भी उनके क्वार्टर्स मरम्मत के लिए सुध नहीं ली जा रही है। रोड नंबर 9 ओल्ड रेलवे कॉलोनी स्थित टाइप टू क्वार्टर में रहने वाले मीणा परिवार के सदस्यों ने बताया कि दो साल पहले आवेदन दिया है। अभी तक क्वार्टर में मरम्मत का काम नहीं किया गया। 9 जनवरी 2024 को फिर से रिमाइंडर किया गया।
फ़ोटो-मेंटेनेंस के अभाव में बदहाल क्वार्टर।
कोई भी सुनने वाला नहीं है। अन्य कर्मचारी बताते है कि आईओडब्ल्यू विभाग में अभी भी क्वार्टर मरम्मत से जुड़ी शिकायत के कई आवेदन लंबित है। इसका निदान नहीं हो रहा है।
इनका यह कहना
कर्मचारियों की क्वार्टर्स मेंटेनेंस में भेदभाव को बर्दाश्त नहीं करेंगे। मुख्यालय पर होने वाली बैठक में इस मुद्दें को उठाया जाएगा।
-शिवलहरी शर्मा, संगठन महामंत्री,पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद व सदस्य जेडआरयूसीसी
रेलवे क्वार्टर्स के मेंटेनेंस का मुद्दा हम पीएनएम बैठक में उठा चुके है। प्रशासन को रेलवे क्वार्टर्स के मेंटेनेंस पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
-अभिलाष नागर, मंडल मंत्री वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ, रतलाम