-मटेरियल विभाग में मंडल से लेकर पश्चिम रेलवे जोन तक गड़बड़झाला।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। पश्चिम रेलवे का मटेरियल विभाग 24 घंटे के अंतराल में देशभर की सुर्खियों में आ गया। वेबसाइट के एक मैसेज ने रेलवे में भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। इसमें पश्चिम रेलवे जॉन के 3 डिप्टी सीएमएम तथा सेंट्रल रेलवे के एक डिप्टी सीएमएम को रिश्वत लेते सीबीआई ने ट्रेस किया है।
दरअसल रेलवे के मटेरियल विभाग में मंडल स्तर पर अनियमितता जगजाहिर है। लेकिन जोन स्तर पर उजागर घूसखोरी के मामले ने सिस्टम में भ्रष्टाचार को पूरी तरह से खोलकर रख दी है। पश्चिम रेलवे जोन का यह मामला गुरुवार शाम 6.30 बजे का बताया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक घूसखोरी के मामले में सीबीआई ने जोन के 3 डिप्टी सीएमएम को ट्रेस किया है। इसमें एक सेंट्रल रेलवे का डिप्टी सीएमएम भी शामिल है। इसका एक वेबसाइट पर वायरल मैसेज जोन स्तर पर तेजी से वायरल हो चुका है।
पूर्व डीएमएम को किया था लोअर ग्रेड
रेल मंडल में भी इसी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पर प्रशासनिक कार्रवाई की गई थी। यहां कार्यरत रहे सीनियर डीएमएम (वरिष्ठ मंडल मटेरियल मैनेजर) इरशाद गौरी को बड़ी कार्रवाई के तहत लोअर ग्रेड किया गया था। रेलवे बोर्ड की इस कार्रवाई से रेल अधिकारियों में हड़कंप मचा था। बोर्ड के आदेश के बाद रतलाम मंडल स्तर पर अधिकारी की ग्रेड संशोधन संबंधी कार्रवाई की गई थी।
इनकी बेसिक 1,30,900 थी। लोअर ग्रेड के बाद बेसिक 1,23,100 कर दी गई थी। रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक सीनियर डीएमएम को साउथ ईस्टर्न रेलवे में टेंडर संबंधी अनियमितता को लेकर यह कार्रवाई की गई थी। उस दौरान इन्हें एसएफ़-5 चार्जशीट दी गई थी। इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।