वरना…ऐसी कोच हो जाता खाक : कोच के नीचे लगी आग, टीटीई को लगी भनक तो कंट्रोल में सूचना देकर ट्रेन रुकवाई
-इंदौर- जबलपुर एक्सप्रेस में देवास स्टेशन के आउटर पर लगी कोच के नीचे से उठने लगी थी लपटें।
-कोच को अलग कर दूसरे कोच में यात्री किए गए सवार, ट्रेन हुई दो घंटे लेट।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। इंदौर-जबलपुर एक्सप्रेस के ऐसी कोच में नीचे लगी आग को समय रहते देख लेने से रतलाम रेल मंडल में एक बड़ा हादसा होते बच गया। कोच के नीचे लगी आग की टीटीई (कोच कंडक्टर) को भनक लगी तो ट्रेन में गार्ड को सूचना देकर फ़ौरन रतलाम कंट्रोल पर मैसेज किया। इसके बाद ताबड़तोड़ यात्रियों को उतारकर कोच कटवाया गया।
ट्रेन संख्या 22191 इंदौर-जबलपुर एक्सप्रेस इंदौर स्टेशन से अपने निर्धारित समय शाम को 7.30 बजे रवाना हुई। यह ट्रेन रात करीब 8.20 बजे देवास आउटर पर आकर खड़ी हुई। इस बीच कोच नंबर बी-4 कोच में टिकिट चेकिंग के बाद टीटीई राजकुमार सोलंकी कोच के बाहर कॉरिडोर (टॉयलेट व गेट परिसर) की ओर पहुंचे। तब उन्हें कोच के बाहर से जलने की बदबू आई। ट्रेन चलने लगी तो तुरंत टीटीई ने गार्ड कमल आर्य को सूचना दी तथा कोच अटेंडेंट को बोलकर चेन पुलिंग करवाई। गाड़ी ठहरी तब तक आउटर से देवास स्टेशन आ गया।
फ़ोटो- टीटीई राजकुमार सोलंकी।
33 यात्रियों को उतारकर दूसरे कोच में बिठाया
ट्रेन के बी-4 कोच में इंदौर से जबलपुर व भोपाल के 33 यात्री सवार थे। सभी को आनन-फानन दूसरे कोच में सवार किया गया। इसके बाद शंटिंग कर कोच को अलग किया गया। इस प्रकिया में ट्रेन करीब 2 घंटे देवास स्टेशन पर ही खड़ी रही। बाद में कंट्रोल से भोपाल सूचना कर यहां अतिरिक्त कोच का इंतजाम करवाकर यात्रियों को शिफ्ट करवाया गया।