इस पॉश कॉलोनी में स्वच्छता अभियान को ठेंगा, सिवरेज सिस्टम फ़ेल, चेम्बर से गंदगी बह रही सड़कों पर, रहवासी त्रस्त
-मामला डी मार्ट रोड स्थित सम्यक गोल्ड कॉलोनी के, सीएम हेल्पलाइन का भी जिम्मेदारों पर असर नहीं।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। स्वच्छता के लिए सरकार अभियान चलाकर लोगों को साफ-सफाई की समझाइश दी जा रही है। लाखों रुपए स्वच्छता के नाम पर खर्च किए जा रहे है। मग़र रतलाम शहर की एक पॉश कॉलोनी में लगता है जिम्मेदारों का इस अभियान से नाता नहीं है।
यह अनदेखी डी मार्ट रोड स्थित पॉश कॉलोनी सम्यक गोल्ड कॉलोनी में की जा रही है। यहां ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल हो चुके है। ऐसे में गंदगी के हालात बद से बदतर बने हुए है। हालात यह है कि गंदगी सड़क पर बहते हुए लोगो के घरों के सामने व खाली प्लॉट में जमा होने लगी है। रहवासी समस्या से त्रस्त हो गए है। परेशानी निदान के लिए सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत भी जिम्मेदारों पर बेअसर रही है।
मालूम हो कि कुछ माह पहले नगर निगम चुनाव हुए है। तब पार्षद ने सफाई व पानी को लेकर ही चुनाव लड़ा। लोगो को इसके लिए आश्वस्त किया था।
कॉलोनी के ड्रेनेज चेम्बर पूरी तरह से ध्वस्त
इस कॉलोनी में नियमित सफाई के अभाव में ड्रेनेज जाम हो गए है। सफाई के लिए बने चेम्बर टूट-फूट गए तो अंदर पत्थर कंकड़ जमा हो गए। रहवासी जहाँआरा खान बताती है कि ड्रेनेज जाम होने से गंदा पानी अंदर बहने के बजाय चेम्बर से बाहर सड़को पर फैल रहा है। यह गंदा पानी खाली प्लॉट में जमा होने से चारों ओर बदबू फैलने लगी है। जमीन में यह गंदगी रिसने से ट्यूबवेल में भी पानी दूषित आने लगा है। बीमारियों का खतरा मंडराने लगा।
दो से तीन बार की सीएम हेल्पलाइन में शिकायत
रहवासियों के मुताबिक कॉलोनी में गंदगी की समस्या के निदान के लिए नगर निगम में सूचना दी। इसके बाद सीएम हेल्पलाइन में दो से तीन बार शिकायत दर्ज कराई गई। हालांकि एक बार निगमकर्मी आए भी थे। लेकिन खानापूर्ति कर चले गए। मामले में क्षेत्रिय पार्षद अशोक जोनवाल का कहना है कि समस्या का जल्दी निदान करवाया जाएगा। लेकिन यह भी पहले इसकी जिम्मेदारी दूसरे पार्षद पर डाल रहे थे।
कॉलोनी में यह भी समस्या
-स्ट्रीट लाइट लंबे समय से बंद है। अंधेरे में आवाजाही की परेशानी।
-बिजली की डीपी खुली होने से हादसे की आशंका रहने लगी।
-रखरखाव के अभाव में बगीचे तहस-नहस हो गए है। लंबे समय से देखभाल नही।
-सुरक्षा के इंतजाम नही होने से चोरी या अन्य वारदात का रहवासियों में भय।