-रेलवे अस्पताल में महिला डॉक्टर की कमी के चलते परेशान ही रही महिलाएं।
-निजी अस्पताल की नियुक्त डॉक्टर की अनुपस्थिति से भटकती रही महिलाएं।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ (गयक्नॉलॉजिस्ट) के अमेरिका टूर पर चले जाने से महिलाओं के उपचार व्यवस्था बेपटरी होने लगी है। हालांकि व्यवस्था स्वरूप अस्पताल प्रबंधन ने निजी नर्सिंग होम से महिला डॉक्टर को नियुक्त किया है। लेकिन बुधवार को निजी अस्पताल की यह डॉक्टर भी अनुपस्थित थी। फोन कर प्रबंधन ने बुलाया। तब तक मंडल के अन्य स्टेशन के आई कई महिलाओं को बगैर उपचार लौटना पड़ा।
मालूम हो कि रेल मंड़ल में स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में डॉक्टर अनामिका अवस्थी पदस्थ है। लेकिन वह दौरे पर अमेरिका गई है।
केवल दो घंटे ही चेकअप
रेलवे ने निजी नर्सिंग होम से स्त्री रोग विशेषज्ञ को नियुक्त किया है। उनकी अस्पताल में सेवाएं दो घंटे ही रहने से मरीजों को उपचार का लाभ नही मिल पाता। दूसरी ओर ऑपरेशन के तय दिन में महिलाओं को उपचार से पूरी तरह वंचित रहना पड़ता है। महिला सावित्री मीणा का कहना है कि वह दो बार अस्पताल में आई। डॉक्टर नही मिलने से लौटने पड़ा।
अरिहंत पैथालॉजी से सांझेदारी खत्म
ब्लड जांच के लिए भी मरीज परेशान हो रहे है। दरअसल ब्लड के कुछ टेस्ट हैं जो रेलवे हॉस्पिटल में नहीं होते हैं। उनका पहले टेंडर अरिहंत पैथोलॉजी में था। रेलवे से यह सांझेदारी कुछ दिनों से खत्म हो गई है। नाम की गोपनीयता की शर्त पर मरीज ने बताया कि रेलवे के डॉक्टर ने मेरा भी ब्लड टेस्ट लिखा था। रेलवे अस्पताल में इसके लिए गया। तब लेब में बोला गया कि अरिहंत पैथोलॉजी में अपने यहां से ब्लड सैम्पल जाता है। फिर वो रिपोर्ट देते है। अभी कुछ दिनों से टेंडर खत्म हो गया है। जब तक नया टेंडर नहीं हो जाता, तब तक यह ब्लड टेस्ट नहीं हो सकता। उसके बाद मैंने बाहर निजी खर्च से ब्लड टेस्ट करवाया।
जल्दी व्यवस्था दुरुस्त होगी
रेलवे अस्पताल में हायरिंग की व्यवस्था स्वरूप स्त्री रोग विशेषज्ञ नियुक्त है। बुधवार को भी उन्हें बुलवाया गया था। पैथालॉजी से जल्दी ही टेंडर बुलाकर व्यवस्था को मूर्तरूप देंगे। फिलहाल रेलवे अस्पताल में भी जाँच की जा रही है।
-अतुल कुमार शर्मा, सीएमएस, रेलवे अस्पताल रतलाम