एलडीसीई नियमों की अनदेखी…समस्या को लेकर रेलवे ट्रैकमैन पहुंचे डीआरएम ऑफिस, बोले-हमारे साथ अन्याय है
-यूनियन नेता नरेंद्र सिंह सोलंकी ने अधिकारियों से मिलवाया।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे टीआरओ विभाग में सहायक लोको पायलट (एएलपी) पद के लिए 50 फीसदी रैंकर कोटे के तहत भर्ती के लिए जारी अधिसूचना में एलडीसीई नियमों की अनदेखी के विरोध में रेलवे ट्रैकमैन डीआरएम ऑफिस पहुंचे। उन्होंने डीआरएम अश्वीन कुमार को शिकायती पत्र देकर अधिसूचना फिर से जारी करने की विनती की। ट्रैकमैन के रतलाम पहुंचने के बाद सभी ने सीधे वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉइज युनियन के नेता नरेंद्र सिंह सोलंकी से चर्चा की। सोलंकी ने हर स्थिति सहयोग के लिए कहा तथा अधिकारी से मिलवाया।
बता दें कि ट्रैकमैन केटिगिरी में यूनियन के सोलंकी का प्रभाव बताया जाता है। इसलिए करीब 50 ट्रैकमैन ने रतलाम पहुंचते ही उनसे संपर्क किया। इधर, सोलंकी को ट्रैकमैन कर्मचारियों ने कहा कि वे हमेशा उनके साथ है। क्योंकि यूनियन के पिछले दो चुनाव में सफलता मिली। उसमें बतौर अध्यक्ष उनका सहयोग रहा है। साथ ही सदस्यता में यूनियन नंबर एक पर रही। इसमें भी इनका अहम योगदान रहा है।
दो साल की सेवा अवधि हटाने का विरोध: – जानकारी देते हुए ट्रैकमैन ने बताया कि एलडीसीई नियमों के मुताबिक पहले 2 साल की सेवा अवधि रहने पर ही कर्मचारी रैंकर कोटे में शामिल हो पाने के लिए शर्त थी। चूंकि एएलपी पद में सेफ़्टी से जुड़ा है। इसलिए कम से कम 2 साल की कार्यअवधि की शर्त अनिवार्य थी। जबकि जारी हुई अधिसूचना में दो साल से कम अवधि वाले कर्मचारी को भी शामिल किया जा रहा है। नियमों से नए कर्मचारी की एपीआर (गोपनीय) रिपोर्ट भी संलग्न की जाती है। प्रशासन रिपोर्ट कहा से जारी की जाएगी, यह भी मुख्य तकनीकी विषय है।
अधिकारियों ने असमर्थता जताई: – सोलंकी के नेतृत्व में सभी कर्मचारी सीनियन डीपीओ से मिलने पहुंचे। लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। अधिकारी ने उन्हें बताया कि यह नीति मुख्यालय स्तर से तय है। इधर, कर्मचारियों कर कहना है कि 15 तारीख से परीक्षा की कार्रवाई होना है। ऐसे में उनके मामले में फैसला लेकर दोबारा अधिसूचना जारी करना चाहिए।