रेलवे जीएम दौरे की तैयारियां…इंतजामों पर भारी बदइंतजामी, डीआरएम देख रहे सेक्शन, मुख्यालय पर अव्यवस्था, विभाग में सर्जरी, कहीं ऑपरेशन बाकी
-24 जनवरी 2025 को जीएम का प्रस्तावित दौरा, कार्यक्रम आना शेष
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। पश्चिम रेलवे महाप्रबंधक (जीएम) अशोक कुमार मिश्र के वार्षिक दौरे को लेकर रतलाम मंडल रेलवे प्रशासन ने भले ही कमर कस ली है। लेकिन यहां फैली अव्यवस्था कुछ इंतजामों पर भारी पड़ती दिखाई दे रही है। दरअसल 24 जनवरी 2025 को जीएम का प्रस्तावित दौरा है। इसे लेकर डीआरएम अश्विन कुमार सेक्शनों के दौरे में जुटे है। वहीं विभागों में प्रशासनिक सर्जरी भी शुरू की है। कुछ यात्री व कर्मचारी सुविधा से जुड़ी व्यवस्थाओं में बदलाव किया गया। लेकिन कुछ में इंतजाम दुरुस्त नहीं होने से यात्रियों के अलावा कर्मचारियों को पीड़ा व परेशानियां सहनी पड़ रही है।
मालूम हो कि रेलवे महाप्रबंधक जनवरी या फरवरी में वार्षिक दौरे के लिए मंडल के सेक्शनों में आते है। विभागवार प्रगति संबंधित तैयारियों के अलावा वे यात्री सुविधा की परख भी करते हैं। इसे लेकर यहाँ करीब पखवाड़े से भी ज्यादा समय तक तैयारियां की जा रही हैं। हालांकि इसी तैयारियों में लाखों रुपए खर्च तो कुछ बर्बाद भी कर दिए जाएंगे।
तैयारियों के लिए नवागत डीआरएम ने सेक्शनों में निरीक्षण कर यात्री सुविधाओं का जायजा लिया। बावजूद रतलाम मंडल मुख्यालय पर बदइंतजामी पर जिम्मेदारों का ध्यान नही है।
कुछ विभाग सुस्त तो कुछ में सर्जरी
इधर, इसी तैयारियों के चलते विभागों में सर्जरी यानी तबादलों की कार्यवाही भी की गई है। 20 जनवरी को कार्मिक विभाग में ताबड़तोब तबादला सूचि जारी की गई है। इसमें अलग अलग सेक्शनों में कार्यरत माणिक व्यास, लीना नागदे, सुनील भार्गव, पूलसिंह मीणा, राजीव अग्रवाल, दिनेश भवरिया, शिवलाल मीणा तथा राजकुमार मीणा जैसे कर्मचारियों का सेक्शन बदल दिया गया है। हालांकि इसमें से कुछ कर्मचारी ऐसे भी है, जिनका हाल ही में तबादला हुआ था। जबकि अन्य सेक्शनों में अभी भी कर्मचारी सालों से डटे व जमे हुए है।
दूसरी ओर कमर्शियल विभाग, इंजीनियरिंग विभाग, लेखा विभाग, एसएंडटी विभाग सहित अन्य विभागों में कर्मचारी दबे-छिपे टेबलों पर कार्यरत है। विभागों के अधिकारी द्वारा उन्हें हटाने में रूचि नहीं दिखाई जा रही है। कमर्शियल विभाग में एक सीएमआई तो यात्री सुविधा से जुड़ी खरीदी के दर निर्धारण में काम में सालों से पदस्थ है। आवधिक तबादले के नाम पर तकनीकी आधार पर केवल कागज पर वर्किंग बदल दी गई है। बताया जा रहा है कि अधिकारी की तरह ही सीएमआई का रुतबा बरकरार है। यही वजह है कि स्टेशनों के लिए बुलवाई गई महंगी रिवॉल्विंग चेयर स्वयं के उपयोग के लिए हड़प रखी है।
ताबड़तोब की गई गार्ड पेटी उठाने की व्यवस्था
महाप्रबंधक दौरे से पहले रेलवे स्टेशन पर गार्ड की पेटी उठाने का काम एक सप्ताह से बेपटरी था। नए टेंडर में ठेका होने के बाद ठेकेदार ने काम करना बंद कर दिया। इसे लेकर रेलवे ने अस्थाई रूप से पाइंट्समैन से पेटियां उठवानी शुरू की थी। इसका विरोध भी किया गया था। इसके बाद रेलवे ने दैनिक मजदूरी के मान से पेटियां उठाने के फिलहाल अस्थाई इंतजाम किए। बताया जा रहा है कि पूर्व व वर्तमान ठेकेदारों के बीच टेंडर हथियाने को लेकर विवाद की स्थिति बनी है। इससे व्यवस्था गड़बड़ाई है। रेलवे द्वारा अब वर्तमान ठेकेदार से काम लिया जाएगा या टेंडर निरस्त कर दोबारा टेंडर प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
रेलवे अस्पताल में नहीं हुआ दवाई खिड़की व्यवस्था में सुधार
हर तरफ तैयारियों के बीच रेलवे अस्पताल में दवाई वितरण खिड़की की व्यवस्था में अभी भी सुधार नहीं हुआ। तीन में से दो खिड़कियां खोली जाने से मरीजों की लंबी कतारें लग रही है। उम्रदराज पेंशनर्स के अलावा महिलाओं को घंटो खिड़की पर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। पूर्व में तीन खिड़कियां खोली गई। लेकिन मंगलवार को दो ही खिड़की खोली जाने से लंबी कतारें दिखाई दी। मरीज परेशान होते रहे।
ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदले जाने से यात्री परेशान
इधर, रतलाम स्टेशन पर ट्रेनों के नियत प्लेटफॉर्म एन वक्त पर बदले जाने की समस्या अभी भी बरकरार है। दो दिन पूर्व ही प्लेटफॉर्म नंबर 4 की ट्रेन को अचानक प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर आने की सूचना से भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई थी। बताया जा रहा है कि रात करीब 8.30 बजे अवंतिका एक्सप्रेस का प्लेटफॉर्म बदला गया। इस वजह से प्लेटफॉर्म नंबर 4 के यात्रियों को प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर जाना पड़ा। भागमभाग में कई यात्री गिरते पड़ते दिखाई दिए।
यह भी तैयारियां
-विभागों द्वारा सभी रिकॉर्ड को तैयार कर अंतिम रूप दिया जा रहा है।
-डीआरएम ऑफिस की बिल्डिंग का रंगरोगन किया जा रहा है।
-यात्री सुविधा के लिए स्टेशनों पर साफ सफाई सहित अन्य इंतजाम चाक चौबंध किए जा रहे है।