विरोध….पहले तो आर्थिक रूप से परेशानी, ऊपर से सरकार ने पत्रकार दुर्घटना और स्वास्थ्य बीमा की प्रीमियम राशि बढ़ाना अनुचित
– फर्जी और ब्लेकमेलर पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही की भी मांग की गई।
कलेक्ट्रेट पंहुचकर पत्रकारों ने नारेबाजी भी की। रतलाम प्रेस क्लब के अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी ने ज्ञापन का वाचन किया। ज्ञापन में कहा गया कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पिछले कई वर्षों से प्रदेश के अधिमान्य और गैर अधिमान्य पत्रकारों को मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग द्वारा पत्रकार स्वास्थ एवं दुर्घटना समूह बीमा योजना का लाभ दिया जा रहा है। पालिसी नवीनीकरण के लिए जनसंपर्क विभाग द्वारा 5 सितंबर को विस्तृत सूचना जारी की गई है। इसमें गत वर्ष की तुलना में प्रीमियम राशि में इस बार बहुत ज्यादा बढ़ोतरी की गई है जो न्यायसंगत नहीं है। संबंधित बीमा कंपनी से चर्चा कर इसे कम करवाया जाना चाहिए। इस बार अधिमान्य पत्रकारों के लिए कुल प्रीमियम राशि में 25 प्रतिशत अंशदान की व्यवस्था रखी गई है, जबकि गत वर्ष के नवीनीकरण में अधिमान्य पत्रकारों का अंशदान मात्र 15 प्रतिशत ही थी। गत वर्ष की तुलना में यह राशि 10 प्रतिशत बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दी गई है। इसी प्रकार गैर अधिमान्य मीडियाकर्मियों के हिस्से की प्रीमियम राशि 35 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दी गई है। कहा गया कि पत्रकारों के आर्थिक हालात वैसे ही ठीक नहीं है। ऐसे में पत्रकारों के अंशदान में बढ़ोतरी को ोलना संभव नहीं है। इसे तत्काल संशोधित कर पिछले साल की तरह ही अधिमान्य पत्रकारों के लिए अंशदान 15 प्रतिशत और गैर अधिमान्यों के लिए 35 प्रतिशत रखने की मांग की गई।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि चिकित्सा का खर्च दिनोंदिन बढ़ रहा है। बीमा राशि 4 लाख से बढ़ाकर 6 लाख रुपए की जाना चाहिए। बीते कुछ वर्ष में उपचार महंगा हो गया है। प्रीमियम राशि रिवाइज कर अधिमान्य पत्रकारों के हिस्से की राशि 25 प्रतिशत से कम कर 15 प्रतिशत और गैर अधिमान्य मीडियाकर्मियों के हिस्से की राशि 50 प्रतिशत से कम 35 प्रतिशत की जाए।
फर्जी और ब्लेकमेलर के खिलाफ हो कार्यवाही