अवंतिका एक्सप्रेस में कोच अटेंडेंट ही बन गया टीटीई, 400 रूपए लेकर यात्रियों को बिठाया ऐसी कोच में, विजिलेंस जांच में धराया
-उज्जैन से रतलाम के बीच ट्रेन की जांच में मामला हुआ उजागर।
-ठेकेदार पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट बनाकर विजिलेंस द्वारा मंडल मुख्यालय भेजी जाएगी।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। इंदौर-मुंबई अवंतिका एक्सप्रेस में कोच अटेंडेंट द्वारा यात्रियों से 400 रुपए वसूलकर उन्हें ऐसी कोच में बिठाने का मामला सामने आया है। हालांकि वह विजिलेंस जांच में पकड़ा गया।
मामला 30 सितंबर का है। इसकी विजिलेंस द्वारा रिपोर्ट तैयार कर हेड क्वार्टर भेजी गई। ठेके पर कार्यवाही के लिए रिपोर्ट तैयार कर मंडल मुख्यालय भी भेजी जाएगी।
विजिलेंस टीम को सूचना मिली कि कोच अटेंडेंट यात्रियों से उगाही कर उन्हें ऐसी कोच में बिठा रहे है। रतलाम से उज्जैन के बीच ट्रेन संख्या 12961 इंदौर-मुंबई अवंतिका एक्सप्रेस में विजिलेंस टीम ने जांच की। ऐसी कोच ए/3 के प्राइवेट अटेंडेंट (ठेकेदार द्वारा नियुक्त) खुद को रेलवे चेकिंग स्टाफ बताकर एक यात्री से 400 रुपए लेकर उसे टीटीई की अनुमति के बगैर कोच में बिठा दिया गया।
जांच में यात्री ने ही बताई बात
जांच के दौरान चीफ विजिलेंस इंस्पेक्टर मिक्की सक्सेना एवं टीम द्वारा यात्री से टिकिट संबंधी पूछताछ की। यात्री ने पुष्टि करते हुए बताया कि रतलाम से उज्जैन तक ट्रेन 12961 में यात्रा करने के लिए कोच अटेंडेंट को 400 रूपए दिए थे।
इस पर विजिलेंस टीम ने यात्री का बयान दर्ज कर कोच अटेंडेंट के जेब से उसकी निजी नकदी की जांच की। तब कोच अटेंडेंट के पास से 1600 रुपए से अधिक की अनुचित रकम पाई गई। अटेंडेड ने विजिलेंस टीम के समक्ष यह स्वीकार किया कि उसने यात्री को यात्रा करने की अनुमति दी थी। इसके बदले उसने यात्री से 400 रूपए वसूल किए।
विजिलेंस इंस्पेक्टर द्वारा समस्त राशि रेलवे अकाउंट में जमा करवाए। संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाही करने हेतु विस्तृत जांच रिपोर्ट बनाकर मंडल कार्यालय को सौंपी जाएगी।