Logo
ब्रेकिंग
रेलवे मटेरियल विभाग की घूसखोरी...12 स्थानों पर तलाशी में मिले काली कमाई के सबूत, आरोपी आज होंगे न्या... इस मैसेज ने रेलवे जोन में फैलाई सनसनी...मटेरियल विभाग के तीन डिप्टी सीएमएम को किया सीबीआई ने ट्रेस डीआरएम की सहमति: डीजल शेड पहुंचने के लिए बनेगी डेढ़ किलोमीटर एप्रोच रोड, वर्क ऑर्डर जारी बड़ी जीत : क्रमिक भूख हड़ताल 98वें दिन खत्म, उज्जैन लॉबी के पद यथावत रहेंगे मैं और मेरी कविता फॉलोअप: चोर को पकड़ने वाले पुलिसकर्मी को मिलेगा एक लाख रुपए का इनाम जीआरपी चौकी से डाट की पुल मेनरोड सुबह 9 से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा बिफोर स्ट्राइक एक्शन: 19 पोलिंग बूथ पर 91 प्रतिशत मत डले, अब सरकार को जगाएंगे पुरानी पेंशन की मांग को लेकर दिल्ली जंतर-मंतर पर हल्ला बोल, परिषद के सैकड़ों कर्मचारी शामिल हड़ताल का सीक्रेट बैलेट : रेलकर्मियों से कराया गोप (नी) य मतदान, एक पेटी में ताला दूसरी में लगा नकुचा

वंदे रेलवे: कोच बना वाटरपार्क, केबिन में फूटा झरना, यात्रियों का खड़े-खड़े सफर

-बारिश में सोमनाथ-जबलपुर (11466) एक्सप्रेस के यात्रियों का हाल बेहाल।
-ऐसी कोच लीकेज होने ने पूरे सफर छत से टपकता रहा बारिश का पानी।

 

न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस के ऐसी कोच की छत से बारिश का पानी टपकने की वजह से यात्रियों का सफर कष्टदायक बन गया। ऐसी कोच के केबिन की छत से पूरे सफर झरना बहता रहा। वही पानी केबिन से बाहर तक आने से कोच ने वाटरपार्क की शक्ल ले ली। यात्रियों ने खड़े-खड़े सफर किया तथा वे रेलवे के जिम्मेदारों को कोसते रहे।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के यात्रियों को वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी रेलवे की लक्जरी ट्रेन की सुविधा दे रहे हैं। वही रेलवे की अनदेखी के चलते बारिश में यात्रियों का सफर दूभर होने लगा है।

ट्रेन संख्या 11466 सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस में सोमवार-मंगलवार रात यात्रियों ने मंहगा टिकिट खरीदकर आरामदेह यात्रा का सपना संजोया था। लेकिन बारिश में ट्रेन के फ़र्स्ट ऐसी कोच के अंदर बैठने तक की सूखी जगह नही बची। बच्चों को जैसे-तैसे ऊपरी बर्थ पर बैठाया। वही रास्तेभर वे अपना सामान इधर से उधर रखते रहे।

शॉर्ट शर्किट के भय से सहमे यात्री

कोच की छत लगातार टपकने व अंदर पानी भर जाने से यात्रियों को सफर के दौरान शॉर्ट शर्किट का भय बना रहा। यात्री राजेंद्र पटेल ने बताया कि रास्ते मे तेज बारिश होने से पूरे कोच में पानी टपकता रहा। इससे उन्हें कोच में करंट फैलने का भी डर लग रहा था। इसकी उज्जैन स्टेशन पर शिकायत की थी। बाद में किसी स्टेशन पर सुध नही ली। मामले में रतलाम रेल मंडल के पीआरओ खेमराज मीणा का कहना है कि मैसेज के बाद कोच को हटाने की कार्रवाई की जाती है। विभाग द्वारा ट्रेन का भी मैसेज किया गया होगा।

Leave A Reply

Your email address will not be published.