-जुलाई व अगस्त में वर्तमान मंडल अध्यक्ष की सेवानिवृत्ति के बाद नए अध्यक्ष पर लगेगी मोहर।
-संगठनों में दावेदार मंडल मंत्री के अलावा उच्च पदाधिकारियों को भी साधने में जुटे।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे ट्रेड यूनियनों में दो माह में मंडल अध्यक्ष पद की नियुक्ति के पहले संगठन की उठापटक अब और तेज होने लगी है। अध्यक्ष पद के दावेदार अपने-अपने मंडल मंत्री के करीब आने लगे है। वे संगठन व कार्यालय कामों में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए उन्हें रिझाने में भी जुट गए है। हालांकि कुछ पदाधिकारी पिछले दरवाजे से महामंत्री सहित केंद्रीय उच्च पदाधिकारियों से संपर्क कर उन्हें भी मनाने में लगे है। फिलहाल साफ़ नही है कि नए अध्यक्ष के लिए संगठन में पसंदीदा प्रतिनिधि कौन है। इन सबके बीच अभी मामला भले ही समान्य दिखाई दे रहा तथा सभी प्रमुख दावेदार मौन रहकर स्थिति को भांप रहे है। लेकिन बाद में असंतोष फैला तो संगठन में बवंडर आना तय माना जा रहा है।
इसे लेकर दोनों संगठन में मंडल मंत्रियों के सिर पर तनाव की लकीरें भी दिखाई देने लगी है।
मालूम हो कि वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन के वर्तमान अध्यक्ष एसएस शर्मा जुलाई में रिटायर्ड होने वाले है। जबकि वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ अध्यक्ष रफीक मंसूरी अगस्त में सेवानिवृत्त होंगे।
एम्प्लाइज यूनियन में कार्यकर्ता के बीच पैठ वाले सहायक मंडल मंत्री नरेंद्र सिंह सोलंकी व मुख्य कल्याण निरीक्षक व संगठन में सालों से पकड़ बनाए हरीश चांदवानी मजबूत दावेदार बताए जा रहे है। इनमें कोषाध्यक्ष शैलेष तिवारी का नाम भी प्रमुखता से सामने आ रहा है।
संगठन के प्लेटफॉर्म पर हो चर्चा
इधर, यूनियन में अध्यक्ष पद की कांटाकशी के बीच प्रमुख दावेदारों के अपने दावों को लेकर अलग बयां है। दरअसल चांदवानी की पूर्व में जैसी बैंक उम्मीदवारी नजदीक आते ही छीन ली गई थी। इस बिनाह पर वे इस बार मंडल अध्यक्ष की दावेदारी ठोक रहे है। जबकि सहायक मंडल मंत्री सोलंकी लंबे समय से एक ही पद पर है। ये इस बार किसी भी स्थिति में अध्यक्ष पद गवानां नही चाह रहे है। दूसरी ओर शैलेष तिवारी को संगठन के कोष की भलीभांति जानकारी है। उन्हें विश्वास है कि संगठन में वह वित्तीय कामकाज को और बेहतरी से कर सकेंगे।
इस बीच सामान्य चर्चाएं यह भी है कि आगामी नियुक्ति से पहले महामंत्री जेआर भोसले की मौजूदगी में मीटिंग होना जरूरी है। इसमें दावेदार उचित प्लेटफॉर्म पर अपनी दावेदारी रख सकेंगे। मीटिंग में उच्च पदाधिकारी की समझाइश से वर्तमान की खींचतान को सामान्य बनाया जा सकता है।
मजदूर संघ में पैराशूट अध्यक्ष की आशंका
अध्यक्ष पद को लेकर मजदूर संघ खेमे में हलचल और तेज है। यहां संगठन में स्थानीय दावेदारों के अलावा मंडल के बाहर भी प्रबल दावेदार है। वे भी अपनी दावेदारी का दंभ ठोक रहे है। ऐसे में स्थानीय दावेदारों में आशंका है कि कहीं मंडल मंत्री की पिछली नियुक्ति की तरह संगठन किसी बाहरी प्रतिनिधि को मंडल अध्यक्ष पद की कमान न सौंप दे। हालांकि पैराशूट दावेदार के नाम पर यदि मोहर लगी तो संगठन में असंतोष फैलना तय माना जा रहा है।