-रेलवे कॉलोनी में वर्षों से पानी की समस्या होगी -नया वाटर फिल्टर प्लांट लगेगा
रतलाम, न्यूज जंक्शन 18
रेलवे कर्मचारियों को अरसे बाद शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा। इसके लिए रेलवे कॉलोनी में फिल्टर प्लांट लगाया जाएगा। वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ की वर्ष 2023 की पहली पीएनएम (स्थाई वार्ता तंत्र) की बैठक में इस प्रमुख मांग पर मुहर लगी।
डीआरएम की मौजूदगी को लेकर अड़े
दरअसल रेलवे कर्मचारियों की समस्याओं से प्रशासन को अवगत करवाने का मौका पदाधिकारी को इस फोरम में ही मिलता है। जब डीआरएम इस बैठक में नही पहुंचे तो पदाधिकारियों ने जमकर आपत्ति ली। प्रशासन व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देते बिना डीआरएम के ही पीएनएम की शुरुआत करवाना चाहता था। जब डीआरएम रजनीश कुमार उपस्थित हुए तो ही पीएनएम की शुरुआत की गई।
इन मुद्दों पर सहमति
-रेलवे कॉलोनी में उच्च गुणवत्तायुक्त पानी के लिए नया फिल्टर प्लांट स्वीकृत किया जाएगा। रेल कर्मचारियों को शुद्ध पानी की आपूर्ति हो सकेगी। कई वर्षों से रेल कर्मचारियों और उनके परिवारों की मांग थी।
-61 ट्रेन मैनेजर (गार्डों ) के वेतन निर्धारण के पूर्व में गलत वेतन निर्धारण को सही निर्धारण करने के आदेश जारी किए।
-मंडल पर नेम नोटिंग एवं तबादला नीति को जो जारी किया गया था। पीएनएन के माध्यम से अर्बन क्लस्टर बनाकर उसमें स्थानांतरण का प्रतिबंध को हटाया गया है। यह नेमनोटिंग के बाद एक वर्ष का नेमनोटिंग एवं दो वर्ष का स्थानांतरण पर प्रतिबंध को समाप्त कर पुराने नियम अनुसार ही कार्यवाही करने के आदेश जारी किए जाएंगे ।
-मंडल के सभी आरआरआई टावर, स्टेशन मास्टर ऑफिस आरक्षण कार्यालयों, बुकिंग कार्यालयों
मे एयर कंडीशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। डीआरएम के निरीक्षण के उपरांत लगाए जाएंगे।
-सभी विभागों के वरिष्ठ सुपरवाइजर्स को रेलवे बोर्ड के निदेशानुसार ग्रेड पे 4800 लेवल -8 के उच्च वेतनमान का लाभ प्रदान करने क़ी कार्यवाही क़ी जा रही है।
गदवानी का स्वागत
संयुक्त मंडल मंत्री चंपालाल गढ़वानी की सेवानिवृत्ति के पूर्व आखरी पीएनएम बैठक थी। इसलिए डीआरएम द्वारा शाल श्रीफल देकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर मंडल मंत्री अभिलाष नगर, अध्यक्ष रफीक मंसूरी सहित पदाधिकारी मौजूद रहे।
वरिष्ठपदाधिकारी को भूले, कनिष्ठ पक्ति में
मजदूर संघ के आला अधिकारी कुछ वरिष्ठ पदाधिकारी को बैठक में आमंत्रित करने भूल गए। जबकि कुछ कनिष्ठ बैठक में आला अधिकारियों के सामने पहली पंक्ति में बैठे रहे। इससे संगठन में पदाधिकारियों के बीच असंतोष के स्वर सुनाई दिए।