बिलड़ी में पदस्थ स्टेशन मास्टर पर लगाए मृतिका लोको पायलट के परिजनों ने गंभीर आरोप, कहां- रुपए भी ऐंठे
-जांच में बाइक खरीदने की रसीद भी मिली, चेक के माध्यम से भी लिया था पैसा।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम/शहडोल। महिला लोको पायलट की आत्महत्या के मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। पुलिस की उपस्थिति में डॉक्टरों की टीम ने पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। रविवार को मृतिका के पिता प्रेमनारायण सनोरिया व बड़ी बहन राखी सनोरिया व भाई सोनू पांचाल के साथ अन्य लोग शहडोल पहुंचे। परिजनों ने मृतिका आरती सनोरिया की मौत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतिका की बड़ी बहन राखी सनोरिया ने कहा कि स्टेशन मास्टर ने बहन से रुपए भी ऐंठे। उसके पास बाइक खरीदने की रसीद मिली। साथ ही कुछ चेक से भी पैसे लेना उजागर हुआ है।
जिस स्टेशन मास्टर पर आरोप लगाए जा रहे हैं वह रतलाम मंडल के बिलड़ी स्टेशन पर पदस्थ है। विभाग द्वारा ट्राफिक इंस्पेक्टर के माध्यम से जानकारियां निकलवाई जा रही है।
मदद के बहाने हुआ परिचय, फिर की दोस्ती
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि काफी समय पहले आरती को चोट लगी थी। तो बिरसिंहपुर में पदस्थ सहायक स्टेशन मास्टर आसाराम मीणा ने उसकी मदद की थी। तब से दोनों की जान पहचान हुई और बात शादी तक पहुंच गई थी। परिजनों के बातचीत में पता लगा कि उसका विवाह हो चुका है, लेकिन उसने इसके बारे में आरती को नहीं बताया था। इसके बाद दोनों के बीच में बातचीत बंद हो गई थी। परिजनों के अनुसार, इसी बीच एक दिन स्टेशन मास्टर की पत्नी नेे भी मृतिका को फोन से धमकी दी थी।
मृतका की बहन ने कहा कि स्टेशन मास्टर ने पैसे भी लिए थे, 2.50 लाख की रसीद मिली है। जिसमें बाइक खरीदा है, इसके साथ ही कुछ चेक से भी पैसे लिए है। पुलिस ने घर से एक सुसाइड नोट भी जब्त किया है।
रात साढ़े नौ बजे परिजनों से की थी बात
परिजनों ने बताया कि आरती बहुत ही खुश मिजाज लड़की थी। घटना के दिन ड्यूटी से आने के बाद उसने रात करीब साढ़े नौ बजे परिजनों से बात की थी। परिजनों ने कहा रात करीब ढाई बजे उसके पास युवक का फोन आया था, जिसके बाद ही आत्महत्या की है। मांग की है कि मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए और दोसी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
रतलाम मंडल हुआ स्थानांतरण, बिलड़ी में कार्यरत
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिरसिंहपुर में कुछ साल पहले सहायक स्टेशन मास्टर के पद युवक तैनात थी। इसी दौरान मृतिका को चोट आने पर उसने मदद की थी, इसके बाद दोनों के बीच बात बंद हो गई थी। युवक का स्थानांतरण रतलाम मंडल हो गया है। जहां वह रतलाम के पास स्थित बिलड़ी स्टेशन पर स्टेशन मास्टर के पद पर कार्यरत है।
परिजनों ने कहा कि जांच के बाद दोषी को सजा मिलनी चाहिए। जिससे किसी और लड़की के साथ ऐसा न कर सके। उन्होंंने कहा जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक लड़ाई लड़ते रहेंगे। वहीं पुलिस का कहना है कि मृतिका का फोन साइबर सेल से जांच कराने के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा। जांच के बाद ही मामला दर्ज
किया जाएगा।
टुकड़ों में मिला सुसाइड नोट
कोतवाली पुलिस ने बताया कि मृतका के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। जो कई टुकड़ों में फटा हुआ था। सुसाइड नोट में लिखा था की मैं मरना नहीं चाहती, मैं जीना चाहती थी। दो लाइन के अलावा भी उसने अपनी परेशानियों का उल्लेख किया था जो टुकड़ों में स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।
पुलिस अब महिला लोको पायलट आरती के आत्महत्या के मामले में सभी बिंदुओं को जोड़कर जांच कर रही है। पुलिस मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल निकालकर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरती की दोस्त से कितनी बात और कब-कब बात हुई. आत्महत्या से पहले अंतिम बार उसने किसे कॉल किया था ?