-न्यूज़ जंक्शन-18, बेमिसाल एक साल…..
ख़बरों का संसार बहुत विस्तृत है। इस विस्तृत संसार में भी कहीं कुछ हलचल होती है तो वह बहुत मायने रखती है। ऐसी ही एक हलचल आज से एक वर्ष पूर्व रतलाम से प्रारंभ हुई, जिसने कई सारे दिलों पर दस्तक दी। कई सारे पाठकों को अपनी और आकर्षित किया। कई सारी उम्मीदों को पूरा किया और कई नए आयामों को तय किया।
newsjunction18 पिछले 1 वर्ष के दौरान यह ऐसा नाम हो गया है जो कई पाठकों को अपने क़रीब लगने लगा है। आज ही के दिन सफर की शुरूआत की गई। इस समाचार चैनल पर आने वाले समाचारों की विश्वसनीयता और प्रामाणिकता ने यह साबित भी किया है कि समाचार देना ही इस चैनल का उद्देश्य नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारी के साथ समाचारों को प्रस्तुत करना भी इसका लक्ष्य है। रेलवे , प्रशासनिक गतिविधियों, चिकित्सालय, जन सामान्य से जुड़े विषयों और अन्य सामाजिक धार्मिक एवं साहित्यिक, सांस्कृतिक गतिविधियों को वर्ष भर पाठकों ने यहां देखा, पढ़ा और अपना स्नेह दिया।
आज के भाग दौड़ वाले समय में यह तथ्य महत्वपूर्ण है कि इस प्लेटफार्म पर प्रकाशित किए जाने वाले प्रत्येक समाचार को प्रतिदिन औसतन 1000 से अधिक पाठकों ने पढ़ा। यह बहुत बड़ा आंकड़ा है जिसमें निरंतर वृद्धि होती जा रही है। साहित्य, संस्कृति और सद्भाव इस शहर की पहचान रही है। इस पहचान को कायम रखने और शहर की साहित्यिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए न्यूज़ जंक्शन-18 ने ” मैं और मेरी कविता” नामक एक साप्ताहिक स्तंभ शुरू किया जिसमें न सिर्फ़ रतलाम, बल्कि देश भर के रचनाकार प्रति सप्ताह प्रकाशित हो रहे हैं। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
इस चैनल का सफर जन सरोकारों पर केंद्रित है और जनता का इसे समर्थन भी मिल रहा है, यह सुखद है। जन सामान्य से जुड़ी समस्याओं, उनकी उपलब्धियों और उनके मंतव्य को यहां बहुत शिद्दत से प्रस्तुत किया जा रहा है। इसके साथ ही वे तमाम विषय जो हमारे आसपास बिखरे हैं उन्हें भी यहां निरंतर ज़िम्मेदारी के साथ प्रकाशित किया जा रहा है। संपादक श्री जलज शर्मा के कुशल संपादन में न्यूज़ जंक्शन 18 का यह सफर निरंतर जारी रहे और इसके ज़रिए पत्रकारिता की निष्पक्षता, निर्भीकता और प्रामाणिकता में और वृद्धि हो ऐसी कामनाएं हैं।
– आशीष दशोत्तर