-कर्तव्य परायणता का पर्व है श्रावणी उपाकर्म-पं तरनी व्यास
-गंगा आश्रम पर सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा श्रावणी उपाकर्म आयोजित।
न्यूज़ जंक्शन-12
रतलाम। रक्षाबंधन पर आचार्य की मौजूदगी में विप्रजनों ने श्रावणी उपाकर्म किया तो वैदिक परंपरा के मुताबिक सभी कतारबद्ध होकर विधिविधान से कर्म प्रकिया करते दिखाई दिए। यह नज़ारा गंगा आश्रम पर सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित श्रावणी उपाकर्म के दौरान दिखाई दिया। कार्यक्रम के विशेष अतिथि पं. तरनी व्यास रहे। व्यास ने संबोधित करते कहा कि ब्राह्मण समाज ही एकमात्र समाज है, जो अपनी संतानों को अधिकार का पाठ नहीं, बल्कि सदैव कर्तव्य का पाठ पढ़ाता है। उसी का पर्व है श्रावणी उपाकर्म।
कार्यक्रम संयोजक पुष्पेन्द्र जोशी ने बताया कि प्रात: आचार्य पं. चन्द्रशेखर जोशी के सानिध्य में हिमाद्री, दशविध स्नान, तर्पण, हवन के साथ जनेऊ परिवर्तन संपन्न हुआ|
कार्यक्रम में पं अनिल भट्ट, बृजेन्द्र मेहता, महेश जोशी, जगदीश उपाध्याय, शरद शुक्ला, विजय शर्मा ,रवीन्द्र उपाध्याय, गोविंद उपाध्याय, कृष्ण गोपाल आचार्य, नरेंद्र पंड्या,बंसीलाल शर्मा वीरेन्द्र कुलकर्णी, भूषण बर्वे, किशोर उपाध्याय सुन्दर लाल,अरविंद मिश्रा, भारत उपाध्याय, भैरू शंकर व्यास, अनिल जोशी, मनकामेश्वर जोशी, सुरेश जोशी, उत्तम शर्मा, भरत त्रिवेदी, आदित्य शर्मा, सुनील शर्मा, दुर्गा दास मेहता, संजय शिव शंकर दवे, अखिलेश भट्ट सहित बड़ी संख्या मे ब्राह्मण जन उपस्थित थे। कार्यक्रम के संयोजक पुष्पेन्द्र जोशी रहे।