-16 अप्रैल को रेल मंडल के दो परीक्षा केंद्रों पर हुई परीक्षा।
-पिछली भर्तियां रही विवादास्पद, विजिलेंस कार्रवाई जांच भी हुई थी।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। रेल मंडल में विवादित रही पिछली टीसी टीएनसी परीक्षा को देखते हाल ही में चल रही भर्ती प्रकिया को पारदर्शी पूरी करने में रेल प्रशासन जुटा है। इसके बावजूद रेल मंडल सहित मंडल मुख्यालय स्तर पर दलाल पूरी तरह से सक्रिय है। ये अभ्यर्थियों की टोह में है। बल्कि कई तो संपर्क में आकर लेनदेन की राशि भी तय कर चुके है। हालांकि प्रशासन जल्दी ही भर्ती के लिए चयनितों की लिस्ट जारी करने की फिराक में है।
मालूम हो कि रेलवे द्वारा इस बार कमर्शियल विभाग की कैटिगरी स्तर पर सीसीटीसी (चीफ कमर्शियल टिकिट कलेक्टर) के 23 पदों के लिए अधिसूचना जारी की गई थी। 16 अप्रैल को इसकी उज्जैन व रतलाम केंद्रों पर परीक्षा ली गई। इसमें 214 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। सम्भवतः अगले माह रिजल्ट की लिस्ट जारी कर दी जाएगी।
लिस्ट में नाम शामिल तो दलाली पक्की
पिछ्ली बार की तरह सीसीटीसी परीक्षा के लिए भी दलाल सक्रिय हुए है। विभिन्न रेल संगठनों से जुड़े कुछ कर्मचारी अभ्यर्थियों से सीधा संपर्क कर भर्ती के लिए लुभा रहे है। मामले में पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद के पूर्व मंडल मंत्री सुनील दुबे ने बताया कि इस बार की भर्ती में दलालों द्वारा अभ्यर्थियों के सम्पर्क में आने की सूचनाएं मिली है। अभ्यर्थियों से 2 से 5 लाख रुपए तक मांग की गई है। अपनी तैयारी से यदि अभ्यर्थी पास हुआ और लिस्ट में नाम आया तो दलाली पक्की मान ली जाएगी। ऐसे दलालों से बचना चाहिए।
उलझन में पड़ी थी दलाल को दी गई राशि
पिछली बार की टीसी टीएनसी की भर्तियां विवादास्पद भी रही है। अभ्यर्थियों द्वारा दिए रूपए उलझन में पड़ गए थे। शिकायत के बाद विजिलेंस जांच भी हुई थी। नाम प्रकाशित नही करने की शर्त पर स्पोर्ट्स से जुड़े एक चतुर्थ श्रेणी अभ्यर्थी ने बताया कि पदोन्नति के लिए वह वह तीन बार परीक्षा दे चुका है। वर्ष 2016 की प्रकिया में करीब 3 लाख रुपए उलझन में पड़ गए थे। दरअसल मंडल कार्यालय की दूसरी मंजिल स्थित विभाग के प्रमुख जिम्मेदार कर्मचारी ने भर्ती के लिए आश्वस्त कर रूपए ले लिए थे। इसके बावजूद उसका चयन नही हुआ था। उक्त प्रमुख कर्मचारी ने बमुश्किल रूपए लौटाए।
कैमरे की निगरानी में परीक्षा लेकिन 2 घंटे लेट
सीसीटीसी के लिए 16 अप्रैल को हुई परीक्षा के दो केंद्र निर्धारित किए गए थे। रतलाम रेलवे कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में परीक्षा हुई। इसके अलावा उज्जैन में भी परीक्षा केंद्र निर्धारित किया गया था। हालांकि इस बार अभ्यर्थियों को परेशानी सहना पड़ी। उनका कहना है कि परीक्षा का समय सुबह 9 बजे निर्धारित किया गया था। मगर 12 बजे कक्ष खोले गए। ऐसे में उन्हें गर्मी में परेशान होना पड़ा।
रेलवे की सीसीटीसी परीक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा पारदर्शिता से काम किया जा रहा है। अभ्यर्थी किसी भी दलाल किस्म के व्यक्ति के प्रभाव या लालच में न आए। यदि कोई दबाव बनाता है तो संगठन को भी सूचना दे सकता है।
-मनोहर बारोठ, मंडल मंत्री
वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन, रतलाम मंडल