-रेल सेवा पूरा करने के आखरी दिन गार्ड चंपालाल ने पूरी की वर्किंग।
-मेल एक्सप्रेस में नागदा से रतलाम तक रेलकर्मियों ने किया स्वागत।
-रतलाम में परिजन, इष्टमित्र व मजदूर संघ नेता स्वागत को उमड़े।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। आंधी-तूफान के बीच हजारों यात्रियों को सुरक्षित घर पहुंचाने का लक्ष्य रेल सेवा में पूरा किया जा सकता है। गाड़ी बुला रही है, सिटी बजा रही है…। कानों में इंजिन की इसी सिटी की आवाज सुनकर घर से वर्किंग के लिए रेलवे स्टेशन दौड़ पड़ना। लॉबी में हाजिर होने की आपाधापी….। ट्रेन में लाल-हरी झंडी का मैनेजमेंट…। सुरक्षित यात्रा पूरी कर घर लौटना…।
40 साल तक इसी कर्तव्य को बखूबी निभाने वाले रेलवे गार्ड चंपालाल गडवानी ने अपने रेल सफर के आख़री दिन की ड्यूटी भी सुरक्षित पूरी की। अब इन्हें गाड़ी की सिटी भले ही सुनाई देगी। लेकिन अगले दिन से भागमभाग का तनाव पूरी तरह खत्म हो जाएगा। रिटायरमेंट के आखरी दिन गार्ड चंपालाल ने मेल एक्सप्रेस की वर्किंग पूरी की तो स्टेशन पर स्वागत को पहुंचे साथी कर्मचारियों, ईष्ट मित्रो तथा परिजनों का उत्साह देखने बना। गार्ड साथी गौरव संत, संजय यादव, प्रदीप कुमार दवे, कपिल सोनी, सुभाष सोनी, प्रशांत कटोडा, मनोज भटिया, भागचंद, कपिल जायसवाल इन्हें लेने नागदा स्टेशन तक पहुंचे थे। नागदा में भी स्टेशन स्टाफ ने स्वागत किया।
बता दें कि कई कर्मचारी रेल ड्यूटी के अलावा रेल संगठनों से जुड़कर कर्मचारियों के हितार्थ कार्यों में जुड़े रहते है। 2.11.1982 को रेलवे में नियुक्त चंपालाल ने रतलाम, महू व नीमच में ड्यूटी की। मालगाड़ी, पैसेंजर ट्रेन के अलावा राजधानी एक्सप्रेस की बखूबी वर्किंग की। सालों से वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ से जुड़कर विभिन्न पदों की जिम्मेदारी भी निभाई।
मजदूर संघ कार्यालय में स्वागत
गार्ड चंपालाल का रेलवे स्टेशन पर लॉबी पर स्वागत के बाद मजदूर संघ कार्यालय में भी स्वागत किया गया। शाम को ऑफीसर्स क्लब के एनेक्सी हाल में मजदूर संघ की मीटिंग में स्वागत भाषण हुए। इस दौरान सहायक महामंत्री बीके गर्ग, मंडल मंत्री अभिलाष नागर, अध्यक्ष रफ़ीक मंसूरी, दीपक भारद्वाज, संजय सिंह, अरविंद शर्मा, प्रताप गिरी, मनीज खरे, अशोक टंडन, राजेन्द्र चौधरी सहित दाहोद, नागदा सहित अन्य स्टेशनों के शाखा पदाधिकारी मौजूद रहे।