-मतदान को लेकर दिनभर रही चहल-पहल, पोलिंग बूथ के नजदीक कार्यकर्ताओं की मौजूदगी से गहमागहमी।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे ट्रेड यूनियन की मान्यता के चुनाव में तीन दिवसीय मतदान के पहले दिन बुधवार को दिनभर चहल-पहल रही। वहीं कुछ मौकों पर कार्यकर्ताओं के बीच गहमागहमी की स्थिति भी निर्मित हुई। पहले दिन 60.41 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर सहित अधिकारी बूथ पर निरीक्षण करते रहे। कहीं भी विवाद की स्थिति निर्मित न हो इसके लिए आरपीएफ की तैनाती के साथ सख्ती भी रही।
मतदान के शेड्यूल के मुताबिक सुबह 8 बजे से मतदान शुरू कर दिया गया था। हालांकि संगठनों के कार्यकर्ताओं को छोड़कर अधिकांश मतदाता कर्मचारी कार्यालय समय में ही मतदान के लिए पहुंचे। पोलिंग बूथ डीआरएम ऑफिस के अलावा रेलवे स्टेशन, रेलवे स्कूल तथा डीजल शेड में बनाए गए है। इन स्थानों पर एडीआरएम अशफाक अहमद तथा सीनियर डीपीओ अरिमा भटनागर व्यवस्थाओं का जायजा लेती रही।
मंडल में 7891 वोटर्स ने किया मतदान
प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक रतलाम मंडल में मतदान प्रक्रिया में कुल 13062 मतदाता शामिल है। इसमें से पहले दिन 7891 मतदाताओं ने मतदान किया। इसके मुताबिक कुल 60.41 प्रतिशत मतदान हुआ। कार्मिक विभाग की देखरेख तथा आरपीएफ की निगरानी में शाम को मंडल कार्यालय परिसर स्थित ऑफिसर्स क्लब में स्ट्रांग रूम में पेटियां रखी गई।
मतदान के दौरान संगठन पदाधिकारियों की गहमागहमी
मतदान के दौरान गहमागहमी के नजारें भी देखने को आए। आपत्तियों के बाद शिकायतें भी की गई। डीआरएम ऑफिस पोलिंग बूथ पर 100 मीटर के दायरे को लेकर पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद ने आपत्तियां ली। 100 मीटर के दायरे में अन्य संगठनों के कार्यकर्ता की संगठन की प्रचार सामग्री के साथ मौजूदगी के चलते परिषद के मंडल मंत्री प्रशांत पांडेय ने घोर आपत्ति दर्ज कराई। पांडेय ने इसकी शिकायत सीनियर डीपीओ श्रीमती भटनागर से की। उधर, डीजल शेड में दोपहर बाद बूथ के अंदर प्रवेश को लेकर परिषद पदाधिकारियों व आरपीएफ के बीच कहासुनी हुई। बताया जा रहा है कि मंडल अध्यक्ष मुकेश मीणा व कार्यकर्ता ने बूथ के अंदर प्रवेश करना चाहा। आपीएफ की आपत्ति के बाद गहमागहमी बढ़ी तो आरपीएफ पोस्ट पर सूचना देकर जवानों को बुलवाया गया। समझाईश के बाद मामला शांत हुआ।
अस्पताल में भर्ती कर्मचारियों के लिए वोटिंग इंतजाम नहीं
रेल प्रशासन द्वारा 6 दिसंबर को रनिंग कर्मचारियों के लिए मतदान का दिन निर्धारित किया है। लेकिन रेलवे अस्पतालों में भर्ती कर्मचारियों के वोटिंग के इंतजाम की कोई व्यवस्था नहीं जुटाई गई। यूनियन से जुड़े रिटायर्ड एसोसिएशन के प्रकाश व्यास का कहना है कि पूरे मंडल में कई कर्मचारी अस्पताल में भर्ती होने से मतदान के लिए बूथ पर नहीं आ सके। इसके लिए प्रशासन को अस्पताल में वैकल्पिक तौर पर यह सुविधा दी जाना थी।
ये भी देखे गए नजारें
-रेल संगठनों द्वारा कर्मचारियों से अपने संगठन के पक्ष में वोट के लिए दिनभर अपील की गई।
-डीआरएफ ऑफिस में संगठन के कार्यकर्ता कम तथा रेलवे स्टेशन पर जमावड़ा रहा।
-प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर कार्यकर्ताओं की मौजूदगी से दिनभर हलचल बनी रही।