रेलवे में बड़े मुद्दें….सेफ्टी कैटिगरी में अभी भी 3 लाख वैकेंसी, गाड़ियां कैसे चलवाए, क्वाटर्स की हालत भी खराब
-वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री आरजी काबर ने पत्रकार वार्ता में बताई समस्या।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे में अभी भी सेफ़्टी कैटेगिरी में 3 लाख पद खाली है। गाड़ियां कैसे चलवाई जाएं यह बड़ा मुद्दा है। क्वार्टर्स के हाल भी बेहाल है। मान्यता चुनाव में ये बड़े मुद्दें हम कर्मचारियों के बीच लेकर आ रहे है।
यह बात वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री आरजी काबर ने रेलवेे स्टेशन स्थित मजदूर संघ कार्यालय में 13 नवम्बर को आयोजित पत्रकारवार्ता में कही।
काबर ने कहा कि डीए की सौगात मजदूर संघ द्वारा दी गई है। दरअसल वर्ष 1964 में पहली बार डीए लागू करने की प्लानिंग हुई थी। वर्ष 1965 में इसका फार्मूला तैयार हुआ था। वर्ष 1969 में इसके संबंध में बात रखी गई थी। कर्मचारी हित में इसमे बदलाव कर लागू करवाया गया था।
मान्यता के चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि 2007 में पहली बार मान्यता के चुनाव हुए थे। इसके बाद 2013 व इसके बाद अब ये चुनाव होने जा रहे थे। पहले रेल मंत्रालय ने कहा कि दो यूनियन से ज्यादा नही रहना चाहिए। दूसरे चुनाव में 4 संगठन थे। मजदूर संघ को 45 फीसदी वोट मिले थे। अब 6 यूनियन चुनाव में भाग ले रही है।
उन्होंने कहा कि रेलवे में 700 कैटिगरी काम कर रही है। 300 डिपार्टमेंट में 13 लाख कर्मचारी कार्यरत है। इनके हित में हमारे संगठन व फेडरेशन ने बहुत काम किए है।
इस दौरान अध्यक्ष शरीफ खान पठान ने भी संगठन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सहायक महामंत्री बीके गर्ग, मंडल मंत्री अभिलाष नागर, अध्यक्ष प्रताप गिरी, गौरव दुबे व वाजिद खान मौजूद रहे।
सभा में बोले काबर- रेल कर्मचारियों के लिए ईमानदारी से लड़ने वाला मजदूर संघ एक मात्र संगठन
एन.एफ.आई.आर. के संयुक्त महामंत्री एवं वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री काबर एवं मजदूर संघ के जोनल अध्यक्ष शरीफ खान पठान के तीन दिवसीय रतलाम मंडल के चुनाव प्रचार अभियान के दूसरे दिन डीजल शेड रतलाम पर गेट मीटिंग आयोजन किया गया। काबर ने लगभग 400 डीजल शेड एवं रनिंग स्टॉफ कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताया कि नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन और वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के कड़े संघर्ष के कारण ही आज केंद्रीय एवं राज्य सरकार के कर्मचारियों पर महंगाई भत्ते जैसी व्यवस्था लागू है। जिसका लाभ आज लाखों सरकारी कर्मचारी ले रहे है। उन्होंने कहा की रेल कर्मचारियों को पुरानी पेंशन की मांग को सरकार ने अधूरा माना है, किन्तु पुरानी पेंशन की पूरी व्यवस्था की मांग पूरी होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। इसमें कोई समझौता नहीं होगा। वे.रे.मजदूर संघ ही एक मात्र संगठन है जो पूरी ईमानदारी से रेल कर्मचारियों के हितो के लिए संघर्ष करता है। रतलाम मंडल में पूर्व में जितने भी कर्मचारियों के लिए आंदोलन हुए उसमे वे.रे.मजदूर संघ अग्रणी रहा है।
गेट मीटिंग को वे.रे.म.संघ के जोनल अध्यक्ष शरीफ खान पठान ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सभा में छठे पे कमिशन में रनिंग स्टाफ के साथ हुई विसंगतियों, ट्रेकमेंटेनर के लिए 4200/- ग्रेड पे.की मांग, पॉइंट्समेन के लिए ग्रेड पे. 4200/- वेतनमान, एल.डी.सी. ओपन टू ऑल, पुरानी पेंशन योजना को अमल में लाना तथा आठवें पे कमीशन के गठन की मांग पूर्ण करवाने हेतु संगठन प्रतिबद्ध है।
सभा को मंडल मंत्री नागर ने सम्बोधित करते हुए बताया कि रेलवे के संगठनों के मान्यता के चुनाव 04 एवं 05 दिसंबर को होंगे। रनिंग स्टॉफ हेतु 06 दिसम्बर अतिरिक्त दिन वोट डाले जायेंगे। सभा को सहायक महामंत्री गर्ग व मंडल अध्यक्ष प्रताप गिरी द्वारा मजदूर संघ के पक्ष में कर्मचारियों को मतदान करने के लिए अपील की गई है। उन्होंने झोन एवं मंडल स्तर पर मजदूर संघ द्वारा रेल कर्मचारियों के हितो के लिए किये गए कार्यो से अवगत कराया।
इस अवसर पर नागर द्वारा मजदूर संघ की उपलब्धियां को कर्मचारियों के सम्मुख रखा गया। 16 परिवारों की अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों को जोनल लेवल से हल करने पर काबर एवं पठान का धन्यवाद भी दिया गया।
सभा का मंडल अध्यक्ष गिरी ने आभार माना। संचालन मंडल उपाध्यक्ष अतुल सिंह राठौर ने किया।
सभा के दौरान सहायक मंडल मंत्री गौरव दुबे, योगेश पाल, महेन्द्र गौतम, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी, महेंद्र सिंह राठौर, गौरव संत, वाजिद खान, गौरव ठाकुर, आशाराम मीणा, संजय कुमार, मनोज खरे, दीपक गुप्ता, हिमांशु पेटारे, बापी चौधरी, विशाल गुप्ता, रणधीर गुर्जर, अरविन्द शर्मा, अशोक टंडन, सुनील डागर, दिनेश छपरी, अमित चैहान, सुमित गर्ग, इमरान खान आदि सैकड़ो की संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।