जनरल कोच जैसा रेलवे पार्किंग स्टैंड…बेतरतीब हालात में वाहन पार्क करने की दिक्कत, जगह ढूंढ ली तो बाद में निकालना मुश्किल
-प्लेटफॉर्म नंबर 7 का स्टैंड बंद होने से बढ़ी प्लेटफॉर्म नंबर 2 के मुख्य स्टैंड की समस्या।
-रेलवे स्टेशन पर प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के चलते बने हालात, रेल अधिकारी बेखबर
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे स्टेशन पर इन दिनों दो पहिया वाहन चालकों को अपने बाइक सहित अन्य वाहन खड़ा करने में खासी मशक्कत करना पड़ रही है। दरअसल प्लेटफॉर्म नंबर 7 की ओर पूर्व का पार्किंग स्टैंड चार माह से बंद हैं। इसका भार जीआरपी थाने के पास प्लेटफॉर्म नंबर 2 की ओर बने मुख्य वाहन पार्किंग पर पड़़ने लगा है। ऐसी स्थिति में इस पार्किंग स्टैंड के हालात एक जनरल कोच के समान बन गए है। यदि वाहन रख दिया तो बगैर स्टैंड कर्मचारी के निकालना मुश्किल है। रेलवे द्वारा स्टैंड का न विस्तार किया, नहीं प्लेटफॉर्म नंबर 7 की ओर स्टैंड शुरू करने की कवायद की गई। इसका खामियाजा सीधे वाहन चालकों को उठाना पड़ रहा है।
मालूम हो कि प्लेटफॉर्म नंबर 7 की ओर फर्म द्वारा स्टैंड का ठेका तकरीबन चार माह पहले छोड़ दिया। इसके बाद रेलवे को एक माह के अंदर नए ठेके की प्रक्रिया पूरी करना थी। लेकिन कमर्शियल विभाग के जिम्मेदारों द्वारा इसकी जहमत नहीं उठाई। यहीं वजह है कि इसका सीधा भार मुख्य स्टैंड पर पड़ने लगा। शासकीय अवकाश के दौरान तो लोग स्टैंड पर अपने वाहन रखकर दूसरे शहरों में घरों के लिए निकल पड़ते है। तब मुख्य स्टैंड पर एकाएक वाहनों का बड़ी संख्या में जमावड़ा दिखाई देने लगता है। समस्या के ऐसे हालात आए दिन के रहने लगे है।
स्टैंड परिसर में अतिरिक्त जगह का उपयोग नहीं,
लोगों की वाहन स्टैंड संबधी समस्या को दूर करने के लिए विभाग के जिम्मेदार संजीदा नहीं है। टैंडर के प्रारूप व पालिशी की अनदेखी के चलते भी समस्या निर्मित हो रही है। न्यूज जंक्शन-18 द्वारा समस्या की तह में जानकारी ली गई तो बताया गया कि प्लेटफॉर्म नंबर 2 के पिछले भाग में और भी जगह खाली है। इसका उपयोग किया जाकर समस्या से निजात दिलाई जा सकती है। 30 मीटर चौड़े तथा 1800 स्क्वेयर फीट के दो पहिया वाहन स्टैंड में 700 वाहन रखने की क्षमता है। इसके बावजूद यहां क्षमता से अधिक 1000 वाहन खड़े किए जा रहे हैं।
फोटो-पार्किंग का पिछला हिस्सा। इसका यहां से विस्तार किया जा सकता है।
हालांकि स्टैंड के पीछले हिस्से में करीब 250 से 300 वाहन खड़ा करने की जगह खाली पड़ी है। बताया जा रहा है कि इसका एडीआरएम अशफाक अहमद द्वारा जायजा भी लिया। तब फर्म द्वारा इसकी लाइसेंस फीस जमा कर अतिरिक्त स्थान लेने की दरकार की गई। इसके संबंध में एडीआरएम द्वारा कमर्शियल विभाग को स्टैंड विस्तार के लिए निर्देश भी दिए। इसके बाद भी अभी तक कार्रवाई नहीं की गई।