रेलवे बोर्ड दिल्ली से व्हाया मुंबई पहुंची शिकायत, विजिलेंस इंस्पेक्टर ने खंगाले दस्तावेज….ट्रांसफर व प्रमोशन में ऐसी मनमानी…?
-विजिलेंस इंस्पेक्टर ने कमर्शियल विभाग में दो दिन डाला डेरा।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे कमर्शियल विभाग में ट्रांसफर व प्रमोशन को लेकर क्लर्क की शिकायत के बाद दो दिन विजिलेंस जांच की प्रकिया हुई। इससे विभाग में हड़कंप व हलचल की स्थिति बनी रही। शिकायतकर्ता द्वारा यह शिकायत रेलवे बोर्ड दिल्ली की गई। वहां से यह मुंबई मुख्यालय फारवर्ड की गई। इसके बाद विजिलेंस इंस्पेक्टर रतलाम पहुंचे। हालांकि फिलहाल संबंधित क्लर्क को हटाने की कार्रवाई न होना भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
बताया जा रहा कि रतलाम मंडल से ही यह शिकायत रेलवे बोर्ड की गई थी। इसमें विभाग के कर्मचारियों के ट्रांसफर व तबादलें में विभाग के ही क्लर्क द्वारा अनियमितता किए जाने व नियमों को दरकिनार की बात सामने आई। इसके अलावा अन्य शिकायतें भी शामिल थी। बोर्ड से यह शिकायत पश्चिम रेलवे मुख्यालय पहुंची। तब मुख्यालय से विजिलेंस इंस्पेक्टर अमरनाथ झा दो दिन पूर्व रतलाम मुख्यालय पहुंचे। इंस्पेक्टर ने दो दिनों तक यहां डेरा डाला तथा संबंधित दस्तावेज खंगाले। आवश्यक दस्तावेज अपने साथ हेडक्वार्टर ले गए। इस कार्रवाई से विभाग में खलबली मच गई।
जीएम अवार्ड को लेकर मनमानी
रेलवे बोर्ड की गई शिकायत में अन्य अन्य अनियमितता भी शामिल है। शिकायतों में पर्याप्त टारगेट न होने के बावजूद जीएम अवॉर्ड के लिए चहेते चेकिंग कर्मचारियों का नाम वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष पेश किया गया।इससे चेकिंग कर्मचारियों में रोष था। कर्मचारियों का कहना है कि ऐसी पहले भी शिकायतें मौखिक की गई है। क्लर्क को एक ही सीट पर चार साल से अधिक समय हो गया। लेकिन विभाग प्रमुख द्वारा क्लर्क को संबंधित टेबल से नहीं हटाने से सवाल उठ रहे है। मामले में पीआरओ खेमराज मीना से जानकारी लेना चाही। लेकिन वे बात करने से बचते रहे।