-जांच टीम सदस्य सीनियर डीएसओ डीआरएम को पूटअप करेंगे रिपोर्ट।
-बीच के इंजिन में तेल के रिसाव से आग लगने का अंदेशा।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। रतलाम-इंदौर डेमू पैसेंजर की जांच रिपोर्ट रतलाम मंडल से पश्चिम रेलवे मुख्यालय भेजी गई थी। मुख्यालय से रिपोर्ट रतलाम मंडल में जांच टीम के सदस्य सीनियर डीएसओ को लौटा दी गई है। संभवतः इसे सोमवार को डीआरएम रजनीश कुमार को अगली कार्रवाई के लिए सौंप दी जाएगी। इसके बाद ट्रेन में आग लगने की मूल वजह सामने आ सकेगी। बताया जा रहा है कि बीच के डीपीसी (इंजिन) सेक्शन में ऑइल रिसाव से आग लगी होगी।
मालूम हो कि 23 अप्रैल को रतलाम से सुबह चलने वाली पहली डेमू पैसेंजर नोगांवा स्टेशन पहुंचती। इससे कुछ मिनट पहले रैक के बीच वाले डीपीसी सेक्शन में लगी आग ने मिनटों में विकराल रूप ले लिया था। मौके पर बुलवाई फायर ब्रिगेड से बमुश्किल आग पर काबू पाया था।
महू में चली थी घटना कीजांच प्रकिया
घटना के बाद डीआरएम ने जे ग्रेड स्तर की जांच आदेश के बाद डिप्टी सीएमई डीजल चर्चगेट मुंबई राजेंद्र प्रसाद, सीनियर सीडीओ वीवीएस प्रसाद व सीनियर डीएसओ यूएस प्रसाद को नियुक्त किया था। जांच प्रकिया पूरी होने के बाद रिपोर्ट मुंबई मुख्यालय भेजी गई थी। इसके बाद यह रिपोर्ट रतलाम मंडल को लौटाई गई है।
ऑइल रिसाव भी हो सकता है कारण
विभागीय सूत्र बताते है कि ट्रेन का अजमेर में पीओएच यानी पुख्ता मेंटेनेंस कर हाल ही में रतलाम भेजा गया था। जांच के दौरान ट्रेन ड्राइवर, लोको पायलट सहित डेमू टेक्नीशियन से भी पूछताछ की गई। हालांकि तैयार की गई जांच रिपोर्ट फिलहाल पूरी तरह से गोपनीय है। लेकिन डीपीसी सेक्शन में ऑइल का रिसाव भी आग लगने का कारण हो सकता है। ट्रेन का अजमेर में पीओएच यानी पुख्ता मेंटेनेंस कर हाल ही में रतलाम भेजा गया था।
घटना के बाद हर फेरें में ट्रेन की जांच
डेमू में आग लगने की घटना के बाद रेलवे अलर्ट हो गया है। ट्रेन की हर फेरें में जांच के लिए टेक्निकल कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ट्रेन रतलाम स्टेशन ठहरने के बाद ये कर्मचारी यहां डीपीसी सेक्शन की मुस्तेदी से जांच कर रहे है। यही प्रकिया इंदौर व महू में भी अपनाई जा रही है। मामले में रेलवे पीआरओ खेमराज मीणा का कहना है कि जांच संबंधी मामला विभागीय प्रकिया है। ऐसे मामले में गोपनीयता बरती जाती है।