-ग्वालियर के मशीन सप्लायर के बिल पास करने के एवज में मांगी थी तीन प्रतिशत राशि
-अधिकारी की संपत्ति की भी की जा रही जांच -आरोपी अधिकारी को जबलपुर ले गई सीबीआई।
-रेलवे कटनी का मामला, न्यूज जंक्शन-18 भी करेगा बड़े खुलासे।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। कटनी के रेलवे विभाग में बड़े रेल अधिकारी की सीबीआई द्वारा घूसखोरी की कार्रवाई से भारतीय रेलवे में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। सीबीआई जबलपुर की टीम ने आरओएच एनकेजे के सीनियर डीएमई को मशीन सप्लायर कंपनी के संचालक से बिल पास करने के एवज में 40 हजार रुपए लेते पकड़ा है। सीबीआई की टीम पूछताछ करने के बाद उनको अपने साथ जबलपुर ले गई। इसके अलावा उनकी संपत्ति की भी जांच अलग-अलग टीमें कर रही हैं। कुछ नगदी भी प्राप्त हुए है। न्यूज जंक्शन-18 वेब पोर्टल अपनी पड़ताल में जल्दी ही ऐसे खुलासे करेगा।
तीन प्रतिशत राशि मांगी थी
बताया जाता है कि ग्वालियर निवासी अंकित शर्मा की हितेश उद्योग कंपनी ने 27 फरवरी 2022 को आरएचओ शेड एनकेजे को चार हुक बोल्ट मशीन सप्लाई की थी। जिसका भुगतान 25 लाख 84 हजार रुपए बाकी था। अंकित शर्मा ने बताया कि सीनियर डीएमई आरओएच एसके सिंह ने बिल पास करने के एवज में उनसे तीन प्रतिशत राशि 69 हजार रुपए की मांग की थी। इस पर उन्होंने एसपी सीबीआई को शिकायत दी। एसपी के निर्देश पर डीएसपी जेजे दामले, इंस्पेक्टर प्रशांत राज पांडियन, संदीप हुड्डा, एमके बैजू सहित टीम के अन्य सदस्यों ने दो दिन पूर्व रात को एनकेजे स्थित सीनियर डीएमई के निवास पर उनको 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।
जांच में पाए गए 5 लाख रुपए नगदी
सीबीआई की टीम ने रेलवे रेस्ट हाउस में उनसे पूछताछ की। साथ ही उनकी संपत्ति की भी जानकारी जुटाई जा रही है। अधिकारियों के अनुसार सरकारी आवास की जांच के दौरान भी उनके पास से पांच लाख रुपए पाए गए हैं। दरअसल सीनियर डीएमई का पैतृक निवास वाराणसी में है और वहां पर भी एक टीम भेजी गई है। वाराणसी में उनका एक निजी अस्पताल निर्माणाधीन है। वही भोपाल में 2 फ्लैट और जबलपुर में भी प्रॉपर्टी होने की जानकारी सीबीआई को लगी है। जिसकी अलग-अलग टीमें जांच में जुटी हुई हैं। टीम सीनियर डीएमई सिंह को अपने साथ जबलपुर लेकर गई है।
नकली बिल पर भुगतान होगा उजागर
न्यूज़ जंक्शन-18 द्वारा की जा रही पड़ताल में लेनदेन के बड़े सुराग हाथ लगे है। नकली बिल के एवज में ठेकेदार को भुगतान की पुख्ता जानकारी है। तथ्यों, दस्तावेज व सबूतों के आधार पर जल्दी ही खुलासे किए जाएंगे।