नकली पत्रकार निकला असली मोबाइल चोर….ट्रेन में चार्जिंग पर लगा मोबाइल फ़ोन चुराया, पुलिस ने जब्त किया फोन
-जीआरपी रतलाम को बड़ी सफलता, ट्रेन में चोरी गया मोबाइल मात्र कुछ ही दिनों में बरामद।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। खुद को यू ट्यूबर बताने वाला फर्जी पत्रकार मोबाइल चोर निकला। वह ट्रेनों में सफ़र कर रहे यात्रियों के चार्जिंग लगे मोबाइल चूरा ले जाता। ऐसे ही मामले में जीआरपी ने कथित पत्रकार धरदबोचा है।
जीआरपी थाना रतलाम की तत्परता, योजनाबद्ध कार्रवाई के चलते एक रेल यात्री का चोरी गया मोबाइल फोन बरामद करते हुए आरोपियों को कुछ ही दिनो में गिरफ्तार कर लिया ।
घटना 02 मई 2025 की है। फरियादी गालिया चरपोटा (उम्र 18 वर्ष, निवासी रतलाम) ट्रेन संख्या 19316 वीर भूमि एक्सप्रेस के जनरल कोच में यात्रा कर रहा था। यात्रा के दौरान यात्री ने चार्जिंग पॉइंट पर अपना मोबाइल फोन (ओप्पो A17) चार्जिंग के लिए लगाया था। यह रतलाम स्टेशन पहुंचने से पहले चोरी हो गया। पीड़ित की शिकायत पर थाना जीआरपी रतलाम द्वारा अपराध क्रमांक 106/25, धारा 305(सी) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए रवि कुमार गुप्ता, अति. पुलिस महानिदेशक रेलवे, म.प्र. भोपाल, एवं श्रीमती मोनिका शुक्ला, पुलिस उप महानिरीक्षक रेलवे, म.प्र. भोपाल के निर्देशानुसार संतोष कोरी, पुलिस अधीक्षक रेलवे इंदौर द्वारा श्रीमती मनीषा पाठक सोनी, अति. पुलिस अधीक्षक रेल इंदौर के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी निरीक्षक मोतीराम चौधरी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम में प्र.आर.11 नाहर सिंह, प्र.आर.69 मोहनलाल, आर.489 पुष्पेन्द्र सिंह एंव तकनीकी सहायता के लिए साइबर सेल इंदौर से प्रआर. इन्दरसिंह व आर. धीरज राय को भी शामिल किया गया।
सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर तंत्र के समन्वय से आरोपी कपिल सेन (निवासी आगर मालवा) को गिरफ्तार किया गया व चोरी गया मोबाइल जब्त किया गया।
अन्य संदिग्ध वस्तुएं भी बरामद:-आरोपी के बैग की तलाशी में तीन अन्य मोबाइल फोन, विभिन्न कंपनियों की 10 सिम कार्ड, भिन्न व्यक्तियों के नाम के 4 एटीएम कार्ड, 2 आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, ई-श्रम कार्ड, बैंक पासबुक तथा एक मेमोरी कार्ड बरामद किया गया है।
चौंकाने वाला खुलासा:- पुलिस की पूछताछ में आरोपी कपिल सेन ने स्वयं को एक समाचार पत्र एवं यूट्यूब चैनल का पत्रकार बताया। मीडिया के नाम पर पहचान बनाकर ट्रेन में चोरी की घटना को अंजाम देना पेशे की आड़ में भी छिपने का प्रयास किया गया।