रेलवे डीजल शेड का रंगारंग 58वां स्थापना दिवस…अधिकारियों ने गीत गाए, बच्चें ट्रॉय ट्रेन में, अन्य मनोरंजक प्रस्तुतियां हुई
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे डीजल शेड (लोकोमोटिव केयर सेंटर) रतलाम का आज 58वां स्थापना दिवस समारोह उत्साहपूर्वक मनाया गया। स्टाफ द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। मनोरंजन कार्यक्रम हुए। साथ ही शेड से जुड़ी उपलब्धियां बताई गई।
कार्यक्रम में शेड के लगभग 600 नियमित कर्मचारी एवं 150 रिटायर्ड कर्मचारियों, उनके परिवारजनों सहित लगभग 1100 महिला-पुरुष एवं बच्चों द्वारा समारोह में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
समारोह में सभी के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई थी। बच्चों के मनोरंजन के लिए टॉय ट्रेन, मिक्की माउस एवं अन्य कार्टून आदि की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रंजन श्रीवास्तव- प्रधान मुख्य विद्युत इंजी/प.रे. प्रधान कार्यालय चर्चगेट विशेष अतिथि, मण्डल रेल प्रबंधक/रतलाम अश्वनी कुमार एवं अपर मण्डल रेल प्रबंधक/रतलाम अशफाक अहमद, सीपीएम डी.पी. सोनी एवं रतलाम मंडल के सभी शाखाधिकारीगण, वरिष्ठ अधिकारी, मान्यता प्राप्त संगठन/एसोसिएशन के पदाधिकारी, सेवानिवृत अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
लोकोमोटिव केयर सेंटर रतलाम के स्टाफ द्वारा उत्कृष्ट कार्य निष्पादन के लिए श्रीवास्तव द्वारा प्रशंसा की गई। भविष्य में आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया। मण्डल रेल प्रबंधक रतलाम द्वारा एलसीसी रतलाम के 58वें स्थापना दिवस पर बधाई दी। आगे भी कीर्तिमान स्थापित करने हेतु शुभकामनाए व्यक्त की। रंगारंग कार्यकम में श्रीवास्तव दम्पत्ति द्वारा सुमधुर गीत की प्रस्तुति दी गई| मनोज छावडा वरि. मण्डल यांत्रिक इंजी. (डी) द्वारा वर्ष 2024-25 में एलसीसी द्वारा प्राप्त की गई। विभिन्न उपलब्धियों को विस्तार मे बताया गया। जिसमे एलसीसी रतलाम ने पश्चिम रेलवे मे कई क्षेत्रों मे अग्रणी रहने में सफलता प्राप्त की।
इस समारोह मे एलसीसी रतलाम की विभिन्न क्वालिटी यूनिट के अंदर साज-सज्जा की गई थी। इसके अतिरिक्त अनैक खेल कूद प्रतिस्पर्धाएं की गई। बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। साथ ही उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन करने वाले प्रतिभावान बच्चों को पुरुस्कृत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले एवं एलसीसी रतलाम में लोको के अनुरक्षण करने वाले कर्मचारियों को 10-10 हजार का पुरुस्कार रंजन श्रीवास्तव द्वारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम का आभार एन. पी. सिंह सहा. मं.यां. इंजी. (डी) द्वारा माना गया।