-संगोष्ठी में पेंशनरों को डिजिटल जीवित प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने संबंधी जानकारी दी।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। उम्रदराज पेंशनर्स को अब लाइफ सर्टिफिकेट पेश करने बैंक नही आना पड़ेगा। रेलवे ने इसके लिए डिजिटल जीवित प्रमाण पत्र पेश करने की सुविधा दी है। रेलवे बोर्ड के ऐसे निर्देश आए तो सीनियर डीएफएम अंकित सोमानी ने रतलाम में पेंशनर्स के लिए संगोष्ठी आयोजित की।
दरअसल पश्चिम रेलवे मुख्यालय द्वारा जारी आदेश के तहत सभी रेलवे पेंशनर्स एवं पारिवारिक पेंशनर्स को प्रतिवर्ष नवंबर में जीवित प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होता है। कई शारीरिक रूप से अक्षम पेंशनर्स लड़खड़ाते बैंक पहुंचते या परिजनों को साथ लाते रहे। अब यह काम डिजिटली होने लगेगा।
इसी के तहत लेखा विभाग द्वारा मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के एनएक्सी हॉल में “डिजिटल जीवित प्रमाण पत्र” प्रस्तुत करने की जानकारी देने एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में सहायक मंडल वित्त प्रबंधक
कृष्ण कुमार द्वारा डिजिटल उपयोग संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि सभी पेंशनर्स को आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर, पीपीओ नंबर, ईमेल आईडी,बैंक का नाम या पोस्ट ऑफिस जहां से आप पेंशन प्राप्त करते हैं। इनके दस्तावेज इंस्टॉल करते समय पेंशनभोगियों के पास होना चाहिए। सहायक मंडल वित्त प्रबंधक कृष्ण कुमार ने बताया कि लेखा विभाग के वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक अंकित सोमानी के आदेश पर यह कार्यक्रम पूरे मंडल पर आयोजित होगा। 22 नवंबर को इंदौर, 23 नवंबर को उज्जैन, 25 नवंबर को दाहोद, 26 नवंबर को नीमच में प्रातः 11.30 बजे आयोजित होंगे। सभी पेंशनर्स साथी इसका लाभ ले सकते हैं। विभाग के आईटी इंजीनियर रघुनाथ महतो ने मोबाइल एप पर स्टोर प्ले खोलकर इंस्टॉल करने की सभी पेंशनरों को जानकारी दी। पेंशनरों ने कार्यक्रम स्थल पर ऐप इंस्टॉल कर जीवित प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किया। इस अवसर पर पेंशनर प्रकाश चंद्र व्यास, महेश ओझा, सत्येंद्र श्रीवास्तव, यू एल जायसवाल, नरेंद्रसिंह परमार, दशरथ शर्मा, सुरेश सिंह सिसोदिया, महेश परमार, सुभाष चंद्र, वी आर चंदवानी, एम गोसर, डी पी जोशी, एए कुरैशी, वरिष्ठ अनुभाग अधिकारी ओम कुमावत, विवेक श्रीवास्तव, मुख्य कल्याण निरीक्षक प्रशांत वाल्के आदि उपस्थित थे।