रेलवे स्टेशन पर खानपान ट्रॉलियों पर मनमानी लूट, बेच रहे बगैर अप्रूवल की सामग्री, ओवर चार्जिंग भी जमकर
-स्टेशन पर कमजोर निगरानी, जांच के अभाव में ट्रॉली कर्मचारी नियमों को बता रहे ठेंगा।
न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रेलवे स्टेशन पर चलित खानपान ट्रॉलियों पर रेल यात्रियों के साथ खानपान सामग्री विक्रय में जमकर लूट-खसौट मचाकर संचालक रेलवे के नियमों को ठेंगा बता रहे है। ट्रॉलियों पर न सिर्फ ओव्हर चार्जिंग हो रही है। बल्कि बगैर अप्रूवल बेख़ौफ़ सामग्री बेच रहे है। बड़ी बात यह है कि रेलवे स्टेशन पर केटरिंग इंतजाम चौबंद रखने के लिए कमर्शियल विभाग के सीएमआई नियुक्त है। इसके बावजूद अनदेखी से अनियमितताओं को खुली छूट मिली हुई है।
मालूम हो कि गीता ट्रेडर्स की प्लेटफॉर्म नंबर चार पर दो ट्रालियां संचालित है। जबकि प्लेटफॉर्म नंबर पांच व छह पर तीन ट्रॉलियां चलाई जा रही है।
इधर, मामले में स्टॉल संचालकों का कहना है कि ट्रेन आने से पहले जनरल कोच के सामने ट्रालियां खड़ी करने के नियम है। जबकि कई बार ये प्लेटफॉर्म पर भी चलाकर सामग्री बेचते दिखाई देते है। इससे उनका धंधा प्रभावित होता है।
बगैर मंजूरी व नॉन ब्रांडेड सामग्री की बिक्री
स्टेशन पर ट्रेन आने पर पांचों ट्रालियों पर कर्मचारी बगैर मंजूरी खानपान सामग्री भी बेच देते। वहीं बगैर मंजूरी चावल, छाछ, नमकीन सहित अन्य सामग्री की बिक्री की जा रही, वह भी कई तो नॉन ब्रांडेड है। रेलवे रेट लिस्ट के विपरित सब्जी मिलाकर समोसा 15 रुपए में यात्रियों को परोसा जा रहा है। पुराने माल गोदाम के सामने प्लेटफॉर्म नंबर चार पर खड़ी ट्रॉली पर अनियमितता की शिकायत की गई है। यात्री दिनेश परिहार ने बताया कि उसने ट्रॉली पर से समोसा मांगा। समोसे में थोड़ी आलू की सब्जी डालकर 15 रुपए ऐंठ लिए गए।
यात्रियों से विवाद आम दिनों की बात
इधर, ट्रॉलियों के संचालक व कर्मचारियों द्वारा यात्रियों से अभद्रता व मारपीट आम दिनों की बात है। चार माह पूर्व प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर यात्री के साथ मारपीट की गई थी। इसकी शिकायत डीआरएम ऑफिस कमर्शियल विभाग में दर्ज कराई गई थी। बाद में समझौता कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।
मामले में पीआरओ खेमराज मीणा ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर कमर्शियल विभाग के अलावा अन्य अधिकारी नियमित निगरानी रख रहे है। शिकायत आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।