न्यूज़ जंक्शन-18
रतलाम। रतलाम शहर को महानगर की शक्ल देने के शहर विधायक, मंत्री सहित महापौर के लाख दावों के बीच यहां की स्थिति छोटे कस्बे या गांव जैसी निर्मित होती दिखाई दे रही है। सोमवार को हुई बारिश ने इन्हीं दावों की पोल खोल कर रख दी है। हालात यह रहे कि सड़कों पर बड़े स्तर पर जल जमाव हो गया।
शहर में ऐसे हालात हर साल आम समस्या में तब्दील हो गए है। बारिश से पहले ही सड़क निर्माण और केबलिंग के लिए खुदाई के काम शुरू किए जाते है। वर्तमान में भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। राम मंदिर कस्तूरबा नगर, राजस्व कॉलोनी, कस्तूरबा नगर, दीन दयाल नगर सहित कई एशिया खुदे पड़े है। इससे ट्रैफिक जाम के अलावा रहवासियों के लिए आवाजाही बाधित हो रही है। राम मंदिर एरिया में रोज यातायात जाम होने से वाहन चालकों को निकलने की मशक्कत करना पड़ रही है।
फाोटो:- वार्ड क्रमांक 2 लक्ष्मणपुरा के हालात।
लक्ष्मणपुरा में गांव जैसे हालात:- वार्ड नंबर 2 लक्ष्मणपुरा में अव्यवस्थाओं के चलते यह पिछड़ा वार्ड साबित हो रहा है। इस वार्ड की सड़कें खुदी हुई है। चारों ओर नालियां जाम है। बारिश से यह स्थिति बद से बदतर हो गई है। रहवासी महेंद्र व्यास का कहना है कि वार्ड के हालातों से लगता है नगर सरकार के कारिंदों का कोई वास्ता नहीं है। कोई गिरे, कुछ नुकसान हो, किसी को कोई लेना-देना नही है। यहां नेताओं को केवल वोटों से मतलब है।
रेलवे स्टेशन पर भरा पानी:- इधर, निर्माण के चलते रेलवे स्टेशन पर बारिश का पानी जमा होने से आवाजाही बाधित हो रही है। सोमवार शाम को सर्कुलेटिंग एरिया में चारों ओर पानी है। वर्तमान में रेल मंडल के उच्चाधिकारियों को यात्रियों की सुविधा से वास्ता नहीं रहा।
नाम न छापने की शर्त पर स्टॉल संचालक का कहना था कि बारिश के बाद कोई अधिकारी सुध लेने नहीं आया।