विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई….2 लाख रुपए के टिकिट के साथ युवक धराया, 20 लाख रुपए के टिकिटों का मिला हिसाब, कुली भी कर रहे दलाली का खेल
-रिहायशी इलाके में अनधिकृत टिकिट का अवैध धंधा।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। ई टिकिट के जरिए यात्रियों के साथ रेल टिकिटों का अवैध काम कर काली कमाई करने वाले युवक को विजिलेंस ने धरदबोचा। इससे 2 लाख रुपए के टिकिट जब्त किए गए। बल्कि जांच में 20 लाख के टिकिटों का हिसाब भी मिला है। टिकिटों की दलाली का काम प्लेटफॉर्म पर कुली भी कर चांदी काट रहे है। रतलाम में अफसरों की आंखों के सामने व नाक के नीचे कुली इस काम को धड़ल्ले से अंजाम दे थे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पहला मामला 18.12.24 को बड़ोदरा शहर की पॉश सोसायटी का है। उसमें रहने वाले एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली थी, कि वह मोबाइल फोन पर ई-टिकटों की अवैध बुकिंग करने और यात्रियों से निर्धारित किराए के अलावा प्रति टिकट अनधिकृत सेवा शुल्क वसूलने के काम में कई दिनों से लिप्त है।
इसकी पड़ताल के लिए संदिग्ध व्यक्ति पेठा चौधरी के निवास पर पश्चिम रेलवे की विजिलेंस टीम ने अचानक धावा बोला। तब जांच में उजागर हुआ कि संदिग्ध व्यक्ति अपने मोबाइल पर यात्रियों से बुकिंग लेता था। अपने मोबाइल फोन पर यात्रियों का विवरण दर्ज करता था। वह इस जानकारी को अपने फोन के माध्यम से अन्य एजेंटों को भेजता था। उनके माध्यम से टिकट जारी करवाकर कस्टमर को भेजे जाते थे। इस अनधिकृत गतिविधि के लिए वह प्रति यात्री 500 रुपये का अतिरिक्त कमीशन लेता था।
जांच में उसके घर से जब्त किए दस्तावेजों में 170 यात्रियों के लिए 60 से अधिक लाइव टिकट जिनकी कीमत लगभग 02 लाख रुपये थी, का पता चला। जिसे विजिलेंस द्वारा जब्त कर सिस्टम में ब्लॉक कर दिया गया।
इसके अलावा उसके मोबाइल पर संग्रहीत पिछले ई-टिकट रिकॉर्ड से लगभग 20 लाख रुपये की कीमत के 500 से अधिक टिकट मिले।
संदिग्ध व्यक्ति के पास कोई वैध लाइसेंस नहीं मिलने के कारण उसे आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए आपीएफ को सौंपा गया।
कुली लगेज उठाने के बजाय टिकिटों की दलाली में जुटे
इधर, रेलवे प्लेटफॉर्म पर लगेज उठाने के लिए लाइसेंस हथियाकर कुली यात्रियों से टिकिटों की दलाली में जुटे है। रतलाम स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर शाम की लंबी दूरी की प्रमुख ट्रेनों में नज़ारा आसानी से देखा जा सकता है। चुनिंदा कुली यात्रियों को कंफर्म बर्थ दिलाने के लिए उनसे ट्रेन आने से पहले ही संपर्क कर लेते है। ट्रेन आने पर टीटीई से मिलवाकर उन्हें कमीशन पर बर्थ उपलब्ध करवा रहे है। ऐसी सांझेदारी से टीटीई वाकिफ रहते है। दलाली के इस खेल में टीटीई व कुली का हिस्सा मिलाकर प्रति टिकिट एक से दो हजार की यात्री से वसूली नियमित रूप से की जा रही है। वर्ष 2010 में तत्कालीन सीनियर डीसीएम रविमोहन शर्मा ने शिकायत के आधार पर टीटीई के निलंबन के साथ ही निर्भय सिंह व अनवर नामक दो कुली से बिल्ले जब्त करने की कार्रवाई की थी।