-रेलवे कॉलोनी में दिव्यांग के घर घुसा पानी, निचले इलाकों में भी घरों में भर गया पानी।
न्यूज जंक्शन-18
रतलाम। मानसून प्रवेश के बाद बारिश की खेंच को लेकर आमजनों की शिकायत को लगता है इंद्रदेव ने पूरी कर दी। गुरुवार दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी से शुरू हुआ यह सिलसिला दो घंटे के अंतराल में भारी बारिश में तब्दिल हो गया। दूसरे दिन शुक्रवार को दिनभर फुहार का दौर चलता रहा।
बारिश की शुरुआत गुरुवार को हुई तो कुछ ही घंटों में सूखी सड़कों एवं खाली पड़े नालों का नजारा लबालब पानी में बदल गया। घरों व दुकानों में पानी भर जाने से लोग परेशान हुए। रेलवे कॉलोनी में दिव्यांग के घर भी पानी भर गया। हर गली-मोहल्लों, बाजार तथा चौराहों से आवाज आने लगी कि इंद्रदेव अब थोड़ी राहत भी ले लों…।
हालांकि बारिश से जलाशयों के जल स्तर में इजाफा हुआ। आसपास एरिया के खेतों में भी फसलों को भी राहत मिली। दरअसल वर्षाऋतु में अब तक की बेरुखी के बाद गुरुवार को आखिरकार इंद्रदेव की ओर से सुनवाई हुई। दोपहर बाद रहवारियों को तेज बारिश का नजारा देखनें को मिल ही गया। बल्कि यह बारिश कुछ हद तक लोगों के लिए आफत व मुसीबत भी बन गई। वह इसलिए भी कि यहां नगर निगम ने मानसून के पहले की जो पुख्ता तैयारियां की जाना थी, उसमें खामियां रख दी गई। सीसी रोड निर्माण में अपर्याप्त निकासी के चलते ड्रेनेज चॉक व ओवरफ्लो हो गए।
दो बत्ती, न्यू रोड, सैलाना बस स्टैंड, शहर सराय, लोकेंद्र टॉकीज चौराहा, राम मंदिर, घास बाजार सहित शहर के प्रमुख इलाकों, नालों से सटे एरिया के अलावा अशोक नगर, बजरंग नगर, दिलीप नगर, पीएंडटी कॉलोनी, जनता कॉलोनी जैसे अन्य कई कालोनियों में सड़कों व घरों में पानी भर आया।
दो बत्ती पर रोका गया यातायात
इधर, डाट की पुल सहित चारों मार्गों से पानी का बहाव बढ़ने से दो बत्ती एरिया में पानी का जलजमाव हो गया। घुठनों तक पानी भर जाने से आवाजाही की परेशानी बढ़ने लगी।ऐसे में यातायात पुलिस द्वारा राहगिरों को आने-आने से रोका तथा यातायात भी रोकते हुए वाहन चालकों को समझाइश देने का प्रयास किया गया। साथ ही पीएंडटी कॉलोनी व वार्ड नंबर 2 लक्ष्मणपुरा में सड़क पर बाढ़ जैसा भी नजारा देखने को मिला। वार्ड नंबर 8 भवानी नगर में लोगों के घरों में पानी घुस गया। यहां के रहवासी वार्ड पार्षद की लापरवाही बताते हुआ आक्रोशित होते रहे।
रेलवे कॉलोनी में दिव्यांग के घर घुसा पानी
रेलवे कॉलोनी में अनियोजित ढ़ग से बनाई गई सीमेंटेड सड़कें रहवासियों के लिए आफत बन गई। यहां ठेकेदार व इंजीनियरों ने सड़कों के निर्माण में क्वार्टरों के फ्लोरिंग के मान से समतलीकरण का ध्यान नहीं रखा गया। इस वजह से सड़क का पानी घरों में घुस गया। महू रोड रेलवे कॉलोनी रहवासी दिव्यांग रोहित वर्मा ने कहा कि सड़क ऊंची बना दी। पहली बारिश में ही सड़क का पानी घर में आ गया। आगामी दिनों में यह समस्या बढ़ने से हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। शुक्रवार को भी दिनभर हले रिमझिम बारिश ने आते जाते लोगों को भिगोया।
जलाशयों में बढ़ा जल स्तर
तेज बारिश से शहर के जलाशयों में पानी भर आया। हालांकि धोलावाड़ जलाशय में पानी का स्रोत रावटी तथा सैलाना की नदी-नालों का है। इन एरिया में जिले में बारिश का प्रतिशत कुछ ज्यादा होने से धोलावाड़ जलाशय में जलस्तर कुछ हद तक बेहतर था। लेकिन रतलाम में हुई बारिश से सज्जन मिल तालाब, झाली तालाब, अमृत सागर तालाब में पानी भर आया। वहीं आसपास गांवों के छोटे तालाबों में भी जल स्तर में इजाफा हुआ।